ऑन डिमांड चोरी के तेल की आपूर्ति
आगरा: मथुरा रिफाइनरी की पाइप लाइन से कई सौ करोड़ रुपये की तेल चोरी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है,
आगरा: मथुरा रिफाइनरी की पाइप लाइन से कई सौ करोड़ रुपये की तेल चोरी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नई जानकारियां पुलिस के सामने आ रही हैं। चर्चित पेट्रोल पंप मालिक मनोज गोयल, तरविंदर जीत सिंह उर्फ मिन्नी और उनके रैकेट से जुड़े लोग ऑन डिमांड तेल की आपूर्ति करते थे।
माफिया मनोज गोयल ने टीपी नगर में चोरी का तेल बेचने को ठिकाना बना रखा था। वह पेट्रोल और डीजल से भरे टैंकर टीपी नगर में खड़े रखते थे। यहां से वह वाहन चालकों को पेट्रोल पंप पर निर्धारित कीमत से पांच रुपये कम से पेट्रोल-डीजल बेचते थे। दिनभर में हजारों लीटर तेल खपा देते थे। टीपी नगर के अलावा उन्होंने शहर में कई स्थानों पर ऑन डिमांड आपूर्ति का काम जारी रखा था। कई सौ करोड़ रुपये की तेल चोरी से जुड़े खेल में दूसरे सफेदपोश भी शामिल थे। पुलिस इन सभी सफेदपोश के बारे में जानकारी कर रही है।
मनोज का परिवार भूमिगत
पुलिस ने मंगलवार सुबह मनोज गोयल की नेहरू नगर कोठी पर दबिश दी थी। वहां उसकी पत्नी मौजूद थी, लेकिन शाम को पुलिस पहुंची तो पत्नी भी भूमिगत हो चुकी थी। कोठी पर एक नौकर रह गया है। पुलिस के पूछताछ करने पर उसने अनभिज्ञता जताई। इसके बाद पुलिस ने मनोज के अन्य ठिकानों पर भी दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं आया।
पुलिस चौकी से रात में पट्टिका हटाई
हरीपर्वत की पॉश कॉलोनी नेहरू नगर की पुलिस चौकी को पिछले दिनों नए सिरे से निर्माण कराया गया था। इसकी शहर की सबसे अच्छी चौकी में गिनती होती है। इसके लिए कॉलोनी वालों और क्षेत्रीय लोगों ने आर्थिक सहयोग किया था। इसमें मनोज गोयल का नाम भी शामिल था। चौकी में उसके नाम की पट्टिका लगी थी। तेल चोरी में वांछित होने के बाद मामला तूल पकड़ा और मनोज गोयल का पुलिस से संबंधों का रिकार्ड खंगाला जाने लगा। इस पर पुलिस ने चौकी पर लगी पट्टिका को रातों रात उखाड़ प्लास्टर करा दिया।
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चुनाव में नहीं जमा कराई थी रिवॉल्वर
मनोज गोयल के पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में रसूख के चलते चुनाव में उसने लाइसेंसी रिवॉल्वर जमा नहीं करायी। पुलिस के उसके घर के गेट पर रिवॉल्वर लाइसेंस निरस्त कराने का नोटिस चस्पा कर आई थी। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। मनोज के खिलाफ मतदान से एक दिन पहले 10 फरवरी को मारुति स्टेट चौराहा स्थित पेट्रोल पंप पर कार चालक से मारपीट करने के आरोप में जगदीशपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बावजूद पुलिस उसकी रिवॉल्वर जमा नहंीं करा सकी। हालांकि पुलिस का कहना है कि उसने मनोज गोयल के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की संस्तुति डीएम के यहां तभी भेज दी थी। ------------------------
थानेदार के हड़काने पर हटाई डीपी
मनोज गोयल ने अपने वाट्स एप डीपी पर दो आइएएस अधिकारियों के साथ फोटो लगा रखी थी। दो आइएएस, एक आइपीएस के साथ उसकी वाट्स एप डीपी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। आरोपी की डीपी में लगे फोटो देख पुलिस उसके प्रभाव में आकर सीधे उस पर हाथ डालने से बच रही थी। अधिकारियों तक बात इसकी जानकारी पहुंचने के बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। एक थानेदार ने मनोज गोयल को फोन किया, जो इत्तेफाक से उठ गया। थानेदार के हड़काने पर उसने मंगलवार को दोपहर बाद वाट्स एप डीपी हटाई।
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बॉक्स
दारोगा की गाड़ी में चलता था माफिया
रिफाइनरी पाइप लाइन से तेल चोरी के खेल में पुलिस की ओर से गिरफ्तार तरविंदरजीत सिंह और अन्यदारोगा की गाड़ी में चलते थे। पूर्व में आगरा में तैनात रहे दो इंस्पेक्टर और एक दारोगा का नाम अधिकारियों के संज्ञान में आया है। यह तीनों इस समय मथुरा में तैनात हैं। पुलिस ने जिस समय तीनों को गिरफ्तार किया, उस समय भी वह दारोगा की स्कोर्पियो में थे। अधिकारी इन तीनों के खिलाफ जांच करा कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं।