यहां पर न तो हवा है और न पानी
जेएनएन, आगरा : - संजय प्लेस स्थित आजाद फिलिंग स्टेशन। समय दोपहर एक बजे। पंप पर भीड़ लगी हुई थी। द
जेएनएन, आगरा :
- संजय प्लेस स्थित आजाद फिलिंग स्टेशन। समय दोपहर एक बजे। पंप पर भीड़ लगी हुई थी। दो पहिया वाहन में पेट्रोल भरवाने के बाद पहिए में हवा चेक कराने का प्रयास किया। कर्मचारी ने मशीन में खराबी की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
- आगरा फोर्ट फिलिंग, मेहर टाकीज चौराहा के समीप। समय दोपहर के दो बजे। पेट्रोल पंप में पीने के पानी का कोई इंतजाम नहीं था। कुछ यही हाल पहियों में हवा भरने का भी था। पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि यह हाल पिछले कई माह से बना हुआ है।
- बाह में एचपी पेट्रोल पंप, प्रिंस फिलिंग स्टेशन, किसान सेवा केंद्र हैं। इन तीनों ही पंपों में न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और ही वाहनों में मुफ्त में हवा भरने का इंतजाम। वैसे हर माह ऑयल कंपनी के अधिकारी निरीक्षण करते हैं।
- शमसाबाद कस्बा में हरिओम फिलिंग स्टेशन में मशीन लगी है, लेकिन पिछले कई माह से यह शोपीस बनी हुई है। लोगों को वाहनों में हवा भरवाने के लिए भटकना पड़ता है। मशीन खराब होने की शिकायत को अनसुना कर दिया जाता है।
- फतेहाबाद कस्बा स्थित वर्मा फिलिंग स्टेशन, फतेहाबाद फिलिंग स्टेशन एवं कर्मराज फिलिंग स्टेशन हैं। यह तीनों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के हैं। जहां वाहनों में हवा भरने की मशीन लगी है, लेकिन वह खराब पड़ी हुई है। वाहन चालक इसकी शिकायतें भी करते हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
- सैंया स्थित लुहेटा पेट्रोल पंप में हवा और पानी की सुविधा नहीं थी। यही हाल खेरागढ़ कस्बा के पेट्रोल पंप का भी था। जहां कर्मचारियों ने पोल खोल दी। यह गैर बात है कागजों में सब कुछ दुरुस्त चल रहा है।
ग्राहक भगवान है। अक्सर यह वाक्य ऑयल कंपनियों और पेट्रोल पंपों पर लिखा हुआ देखा होगा। पंप की एनओसी के दौरान इस बात का पाठ पढ़ाया जाता है, लेकिन जब उपभोक्ता को मूलभूत सुविधाएं देने की बात आती है तो सरकारी विभागों और पेट्रोल पंपों का दावा खोखला साबित होता है। पेट्रोल पंपों में हवा भरने के लिए मशीनें लगी हैं और आरओ प्लांट भी लेकिन शोपीस बने हैं। बुधवार को जागरण टीम ने शहर व देहात के तीन दर्जन से अधिक पंपों में इन सुविधाओं की पड़ताल की। जहां पाया कि पंपों पर हवा और पानी के इंतजाम नहीं हैं। उपभोक्ता शिकायतें करते हैं, लेकिन अफसोस ऐसी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
दस हजार रुपये का जुर्माना
पेट्रोलियम मंत्रालय के आदेश हैं कि अगर किसी पंप में मुफ्त हवा का इंतजाम नहीं है। उपभोक्ता लगातार इसकी शिकायतें करते हैं तो पंप संचालक पर दस हजार रुपये का जुर्माना लग सकता है।
ऑयल कंपनियों के अधिकारी लापरवाह
पेट्रोल पंपों की जांच में ऑयल कंपनियों के अधिकारी लापरवाह हो गए हैं। यही हाल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का भी है। उपभोक्ताओं की सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
उपभोक्ता बोले
- पेट्रोल पंप में कई बार हवा न मिलने की शिकायत की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
जगत पाल
- हवा व पानी न होने की शिकायत एक बार की तो कर्मचारी लड़ने के लिए तैयार हो गए।
विनोद कुमार
- पंप से पेट्रोल भरवाने के बाद हवा के लिए पांच रुपये अलग से खर्च करने पड़ते हैं।
सुरेश चंद्र गुर्जर
- उपभोक्ताओं को सुविधा के नाम पर ठगा जा रहा है। अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
नत्थीलाल शर्मा
- पेट्रोल पंपों के खिलाफ जो भी शिकायतें मिल रही हैं। उनकी जांच कराई जाएगी। पंपों पर मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए।
गौरव दयाल, डीएम