Metro in Agra: आसान नहीं राह, अब इस उलझन में फंसा पेच
Metro in Agra सुप्रीम कोर्ट में याचिका के बाद सीपीसीबी जुटा रहा जानकारी। डॉ. शरद गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में दायर कर रखी है याचिका।
आगरा, जागरण संवाददाता। सूर सरोवर पक्षी विहार (कीठम) के साथ मेट्रो के अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) पर भी पेच फंस गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मेट्रो के लिए उप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) से विभिन्न विभागों से ली गई एनओसी की जानकारी मांगी है। इससे आगरा में मेट्रो की राह आसान नजर नहीं आ रही है।
आगरा में मेट्रो का काम यूपीएमआरसी को करना है। 8379 करोड़ रुपये के मेट्रो प्रोजेक्ट में दो ट्रैक सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट और आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक होंगे। सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक के ट्रैक के लिए यूपीएमआरसी सर्वे कर चुका है। आगरा में मेट्रो के लिए संबंधित विभागों से एनओसी प्राप्त किए बगैर सर्वे, रूट तय करने पर दयालबाग की हीराबाग कॉलोनी निवासी डॉ. शरद गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की हुई है। उन्होंने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को भी पार्टी बनाया है। सुप्रीम कोर्ट से नोटिस जारी होने के बाद सीपीसीबी के दिल्ली कार्यालय ने आगरा कार्यालय को यूपीएमआरसी से मेट्रो के काम को विभिन्न विभागों से ली गई एनओसी की जानकारी जुटाने को कहा है। जिसके बाद आगरा कार्यालय द्वारा यूपीएमआरसी से एनओसी से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है। सीपीसीबी के प्रभारी कमल कुमार ने बताया कि मेट्रो को एनओसी से संबंधित जानकारी यूपीएमआरसी से मांगी गई है।
बिना एनओसी शुरू कर दिया काम
याचिकाकर्ता डॉ. शरद गुप्ता ने बताया कि मेट्रो के काम को ताज ट्रेपेजियम जोन अथॉरिटी, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, वन विभाग, भूगर्भ जल विभाग, ग्राउंड वाटर कमीशन समेत कई एनओसी नहीं हैं। मोन्यूमेंट इंपेक्ट असिस्मेंट और इनवायरमेंट इंपेक्ट असिस्मेंट भी नहीं है। जबकि लखनऊ में मेट्रो के लिए इनवायरमेंट इंपेक्ट असिस्मेंट किया गया था, जबकि आगरा में ईको सेंसिटिव जोन होने के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। इसलिए उन्हाेंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
आगरा मेट्रो एक नजर में
- 8379 करोड़ रुपये है आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत।
- 30 किमी लंबा ट्रैक और 30 स्टेशन होंगे।
- 22 स्टेशन एलीवेटेड और आठ स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
- आगरा मेट्रो में तीन कोच होंगे। प्रत्येक कोच करीब 11 करोड़ रुपये का होगा।
- सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक ट्रैक 14 किमी और आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 16 किमी होगा।