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पैसे बांटने को लेकर कांग्रेस के रामनाथ सिकरवार ने दिया ऐसा बयान- मुकदमा दर्ज, फौजी की वर्दी पहनने पर कार्रवाई

Ramnath Sikarwar Case आचार संहिता उल्लंघन और नोट बांटने का वीडियो प्रसारित होने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि उस समय वो प्रत्याशी घोषित नहीं हुए थे और अपनी पेंशन के रुपये वो किसी को भी दे सकते हैं। आगे भी वो ऐसे ही रुपये बांटते रहेंगे कोई उन्हें रोक नहीं पाएगा। उनका यह बयान इंटरनेट पर प्रसारित हो गया था।

By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Published: Fri, 26 Apr 2024 01:31 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2024 01:31 PM (IST)
पैसे बांटने को लेकर कांग्रेस के रामनाथ सिकरवार ने दिया ऐसा बयान- मुकदमा दर्ज, फौजी की वर्दी पहनने पर कार्रवाई

जागरण संवाददाता, आगरा। फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस गठबंधन के लोकसभा प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार उर्फ फौजी बाबा पर पुलिस की निर्वाचन फ्लाइंग स्क्वाड ने मुकदमा दर्ज कराया है। कांग्रेस के संकल्प पत्र के विमोचन के दौरान आगे भी रुपये बांटने के बयान पर मुकदमा दर्ज किया गया है। फौजी की वर्दी पहन कर बयान देने के चलते कार्रवाई की गई है। मामले पर कांग्रेस प्रत्याशी ने सत्ताधारी दल की शह पर कार्रवाई की बात कही है।

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कांग्रेस के प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार ने 10 अप्रैल को संजय प्लेस स्थित एक रेस्टोरेंट में कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए संकल्प पत्र के विमोचन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। फौजी की वर्दी पहने हुए रामनाथ सिकरवार ने बयान दिया था कि उनके ऊपर दर्जनों मुकदमे जान-बूझकर दर्ज किए जा चुके हैं।

नोट बांटने के वीडियो पर क्या बोले?

आचार संहिता उल्लंघन और नोट बांटने का वीडियो प्रसारित होने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि उस समय वो प्रत्याशी घोषित नहीं हुए थे और अपनी पेंशन के रुपये वो किसी को भी दे सकते हैं। आगे भी वो ऐसे ही रुपये बांटते रहेंगे, कोई उन्हें रोक नहीं पाएगा। उनका यह बयान इंटरनेट पर प्रसारित हो गया था।

पुलिस की उत्तर विधान सभा निर्वाचन फ्लाइंग स्क्वाड के सहायक निरीक्षक दारोगा देवेंद्र सिंह की शिकायत पर थाना हरीपर्वत पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में आचार संहिता का उल्लंघन के साथ लोक सेवक की पोशाक पहन कर धोखाधड़ी करने की धारा भी लगाई गई है।

मामले में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अमित सिंह का कहना है कि भारत में लेनदेन रुपये से ही होता है। हर खर्च का ब्योरा चुनाव आयोग को दिया जा रहा है। रामनाथ फौजी अपना रुपया किसी को भी देने के लिए संविधान के तहत अधिकृत हैं। और कोई करेंसी भारत में नहीं है। रामनाथ एक फौजी हैं। फौजी कभी रिटायर नहीं होता। वर्दी देश के लिए खून पसीना बहाने पर मिलती है। देश में एक फौजी के ऊपर वर्दी पहनने पर मुकदमा दर्ज करना बहुत ही शर्मनाक है।


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