120 कैमरों से 12 किमी तक जांच, तब पकड़े बदमाश
जागरण संवाददाता, आगरा: सिकंदरा के महर्षिपुरम में डॉक्टर के घर 13 जुलाई को हुई लूटपाट का पुलिस ने पर्
जागरण संवाददाता, आगरा: सिकंदरा के महर्षिपुरम में डॉक्टर के घर 13 जुलाई को हुई लूटपाट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। इसके लिए पुलिस ने 120 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और 12 किमी तक इनके सहारे आगे बढ़ी। आखिर पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। दिनदहाड़े वारदात को घर में 20 लाख रुपये रखे होने की जानकारी होने पर अंजाम दिया गया था।
आवास विकास कॉलोनी सेक्टर सात में डॉक्टर अतुल बंसल का अस्पताल है, जबकि उनका संयुक्त परिवार महर्षिपुरम में रहता है। बदमाशों ने जब धावा बोला, तो उनकी भाभी तनूजा ही घर पर अकेली थीं। लूट करने वाले गिरोह का सरगना मऊ रोड स्थित जल विहार कॉलोनी निवासी पुरुषोत्तम निकला, जो साता थाना जलेसर (एटा) का मूल निवासी है। उसके साथियों कमल सिंह, पवन सिंह निवासी गांव साता थाना जलेसर और सुरेश सेंगर उर्फ पप्पू निवासी गुलाब नगर एत्माद्दौला को भी गिरफ्तार किया है।
एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता में बताया कि पुरुषोत्तम ने पूछताछ में जानकारी दी कि आवास विकास कॉलोनी के प्रॉपर्टी डीलर ने डॉक्टर के घर 20 लाख रुपये होने की मुखबिरी की थी। उसने बताया था कि डॉक्टर से बोदला में एक प्रॉपर्टी के सौदे की बात चल रही है। इस समय उनके पास रुपये हैं। इसके बाद उसने सिक्योरिटी एजेंसी में गार्ड सुरेश सेंगर और यमुना पार पल्लेदारी करने वाले दो युवकों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। डॉक्टर के घर की तीन दिन रेकी करपरिवार के सदस्यों की दिनचर्या देखी। पूरी जानकारी होने के बाद लूटपाट के लिए उन्हें भेजा।
बदमाश पुरुषोत्तम पर हत्या के चार मुकदमे भी दर्ज हैं। बदमाशों से लूटी रकम और जेवरात बरामद किए हैं। घटना का खुलासा करने वाली टीम में इंस्पेक्टर राजेश पांडेय, एसआइ अमित कुमार, सिपाही राजीव और रामब्रेश थे।
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कैसे देखे सीसीटीवी
डॉक्टर के घर के सामने कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक बदमाश की तस्वीर साफ दिखाई दे रही थी। इसके बाद पुलिस ने कॉलोनी में लगे अन्य कैमरों की फुटेज की जांच की। शराब ठेके पर लगे कैमरे की फुटेज में भी यह बदमाश दिखा। गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास एक शोरूम के फुटेज में बाइक सवार दोनों बदमाश नजर आए। इसके बाद पुलिस ने रामबाग तक लगे कैमरों की मदद से बदमाशों का रूट पता कर लिया। वारदात के बाद सरगना पुरुषोत्तम की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मऊ रोड पर जल विहार कॉलोनी तक मिली। उसके आगे किसी कैमरे में बदमाशों की तस्वीर नहीं थी। पुलिस ने जल विहार कॉलोनी में तीन दिन की मशक्कत के बाद उसका नाम-पता खोज निकाला। इसके बाद अन्य साथियों का सुराग मिल गया।
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लालच में भूल गया निगरानी
लूटपाट करने आए बदमाशों को एक-दूसरे पर यकीन नहीं था। इसी के चलते डॉक्टर के बड़े भाई दीपक की पत्नी तनूजा उनको चकमा देकर भागने में सफल रहीं। पुरुषोत्तम ने सुरेश सेंगर को उनकी निगरानी का जिम्मा सौंपा था। वह दरवाजे पर खड़ा था, इस बीच दूसरे कमरे में साथी से तिजोरी खोलने को कहा। सुरेश को लगा कि साथी तिजोरी में रखे रुपये लूटने के बाद उसमें गड़बड़ न कर दे, इसलिए वह तनूजा की निगरानी छोड़कर तिजोरी वाले कमरे में आ गया। पुरुषोत्तम उसे दोबारा भेजता, तब तक तनूजा घर से बाहर निकल चुकी थीं।
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प्रॉपर्टी डीलर की आड़ में रेकी, लूट में आधी हिस्सेदारी
पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया आवास विकास कॉलोनी निवासी एक शातिर प्रॉपर्टी डीलिंग की आड़ में शिकार की तलाश करता है। जमीन के सौदे कराने के नाम पर सामने वाले की आर्थिक स्थिति जान लेता है। उसके पास घर में कितनी रकम है, सौदे में वह कितना कैश देगा। यह सब जानकारी हासिल करता है। इसके बाद शिकार के घर जाकर उसकी रेकी कर परिवार के सदस्यों की दिनचर्या की जानकारी जुटाता है। गिरोह से मुखबिरी के बदले लूट में मिलने वाली रकम की50 प्रतिशत हिस्सेदारी उसकी होती है। शातिर अपने तीन-चार साथियों को लेकर स्कॉर्पियो में चलता है।
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