शैक्षिक दृष्टि से कमजोर स्कूलों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
जागरण संवाददाता, आगरा : प्राथमिक शिक्षा में सुधार के लिए अब नई कार्य संस्कृति विकसित की जाएगी। शैक्ष
जागरण संवाददाता, आगरा : प्राथमिक शिक्षा में सुधार के लिए अब नई कार्य संस्कृति विकसित की जाएगी। शैक्षिक दृष्टि से कमजोर स्कूलों को छांटकर उन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और इसके बाद भी शिक्षा में सुधार न हुआ तो शिक्षक को दोषी मानकर कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को बैठक में मंडलायुक्त के. राम मोहन राव ने प्राथमिक शिक्षा के लगातार गिरते स्तर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए अब नए सिरे से व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए मंडल के सभी ब्लॉकों के स्कूलों को दो ग्रुप में बांटा जाएगा। इन स्कूलों का खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान छात्रों से सवाल पूछे जाएंगे और उनके ग्रुप का भी निर्धारण किया जाएगा। इससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का स्तर आसानी से पता चल सकेगा। जिन स्कूलों में छात्र-छात्राएं पढ़ाई में कमजोर मिलेंगे, वहां पर विशेष अभियान चलाया जाएगा। नियमित अंतराल में इन स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा। अगर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा तो अध्यापक को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार होगी और उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।