सपा का धक्कामार विरोध प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, आगरा: सत्ता से बेदखल होने के बाद पहली बार सरकार के खिलाफ उतरी सपा एकजुटता नहीं द
जागरण संवाददाता, आगरा: सत्ता से बेदखल होने के बाद पहली बार सरकार के खिलाफ उतरी सपा एकजुटता नहीं दिखा पाई। जिला और महानगर इकाई संयुक्त ज्ञापन तक तैयार नहीं करा सके। चेहरे चमकाने की होड़ में कार्यकर्ता बेकाबू हो गए, स्थिति संभालने के लिए अध्यक्ष को खुद धक्के मारने पड़े।
प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर सपा प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। सोमवार को जिला मुख्यालय पर जिला व महानगर इकाई को संयुक्त ज्ञापन सौंपने के निर्देश दिए गए थे। इसमें दोनों इकाइयों से प्रमुख 25-25 व्यक्तियों को शामिल होना था, लेकिन प्रदर्शन के लिए जिला व महानगर इकाई अलग-अलग कलक्ट्रेट पहुंचीं। कार्यकर्ताओं की संख्या भी निर्धारित से कहीं ज्यादा थी।
कार्यकर्ताओं में आगे रहने को लेकर धक्का-मु़क्की शुरू हो गई। कई वरिष्ठ भी इसका शिकार हो गए। बाद में शहर अध्यक्ष रईसुद्दीन ने कार्यकर्ताओं को पीछे धकेला। इसके बाद एडीएम सिटी धर्मेद्र सिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। पूर्व राज्यमंत्री रामसकल गुर्जर, जिला अध्यक्ष रामसहाय यादव व शहर अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज चल रहा है। ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह, विपुल पुरोहित, राजपाल यादव, ममता टपलू, अभिनव शर्मा, अतुल गर्ग, लक्ष्मीनारायण वर्मा, देवेंद्र राठौर, श्याम भोजवानी, सौरभ गुप्ता, वीरेंद्र यादव, विजय चतुर्वेदी, लाल सिंह लोधी, यशपाल राना, सोमवीर यादव आदि शामिल थे।
प्रमुख चेहरे रहे नदारद
हाईकमान के निर्देश के बाद भी पार्टी के कई प्रमुख चेहरे ज्ञापन देने में शामिल नहीं हुए। लघु उद्योग निगम के पूर्व चेयरमैन शिवकुमार राठौर, वरिष्ठ नेता रामजीलाल सुमन, नागरिक सुरक्षा संगठन के सलाहकार रहे नितिन गुप्ता आदि नहीं पहुंचे।