जोधपुर के युवक ने होटल में की खुदकशी
जागरण संवाददाता, आगरा: जोधपुर के युवक ने गुरुवार सुबह होटल में खुदकशी कर ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर श
जागरण संवाददाता, आगरा: जोधपुर के युवक ने गुरुवार सुबह होटल में खुदकशी कर ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव फंदे से उतारा। खुदकशी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मगर, कमरे में मिले फोटो और युवती के कपड़ों से प्रेम संबंधों को आत्महत्या की वजह माना जा रहा है।
जोधपुर के नागौर में बीजेएस कॉलोनी निवासी गोपाल सिंह राठौर पुत्र मंगू सिंह बुधवार रात आठ बजे शाहगंज के पीएनटी कॉलोनी स्थित होटल परिजात पैलेस पहुंचा। कमरा नंबर 204 में बैग रखने के बाद वह खाना खाकर दो घंटे बाद लौटा। सुबह छह बजे चाय पीने फिर बाहर गया और एक घंटे बाद वापस आ गया। सुबह साढ़े नौ बजे महिला सफाईकर्मी विमलेश कमरे की सफाई करने पहुंची। उसने दरवाजा खटखटाया, तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उसने होटल के कर्मचारियों को बुलाया। खिड़की पर लगे कूलर को हटाकर देखा, तो युवक बाथरूम की चौखट पर फंदे से लटका था। होटल मालिक प्रीतम सिंह ने पुलिस को बुलाया। दरवाजा अंदर से बंद था, इसलिए कुंडी तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची। शव को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
बेड पर सुसाइड नोट, 17 हजार रुपये और एक युवती के कई फोटो रखे थे। कमरे में दो बैग थे, जिसमें से एक में महिला के कपड़े थे, जबकि होटल में वह अकेला आया था। माना जा रहा है कि उसका किसी युवती से अफेयर था। वह साथ जाने को निकली होगी, लेकिन रास्ते से ही वापस हो गई। उसके आने के इंतजार में ही वह होटल में ठहरा था। सुबह उसे कोलकाता निकलना था। उसके न आने पर ही उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। हालांकि सुसाइड नोट में युवक ने खुदकशी का कारण स्पष्ट नहीं किया है। इसमें उसने परिजनों और होटल मालिक के लिए सॉरी लिखा है। युवक का मोबाइल गायब है। जो नंबर उसने कमरा बुक कराने के समय दिया था, वह भी स्विच ऑफ है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह बीए द्वितीय वर्ष करने के बाद पढ़ाई छोड़ चुका था। काम की तलाश में आठ दिन पहले घर से निकला था। इसके बाद किसी से संपर्क नहीं किया। इंस्पेक्टर शाहगंज विनय कुमार मिश्रा का कहना है कि खुदकशी का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके पहुंचने पर ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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भाई खुदकशी नहीं कर सकता
देर शाम गोपाल का भाई बिजेंद्र यहां पहुंच गया। उसका कहना था कि भाई हमेशा खुश रहने वाला था, वह खुदकशी नहीं कर सकता। कमरे में जिस अंदाज में वह फंदे से लटका था, उसे देखकर भी यह सही नहीं लग रहा।
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एक दुपट्टे का फंदा, दूसरा मुंह में दबाया
गोपाल ने कमरे में रखे महिला के कपड़ों से खुदकशी के लिए दो दुपट्टे इस्तेमाल किए। एक का फंदा बनाया और दूसरे को चीखने की आवाज बाहर न जाए इसलिए मुंह में दबा रखा था।
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