जीप पलटने से दो लोगों की मौत, 22 घायल
बरहन: एटा से तेरहवीं में आ रहे लोगों की जीप बुधवार बरहन में खाई में पलट गई। बुग्गी को ओवरटेक करने के
बरहन: एटा से तेरहवीं में आ रहे लोगों की जीप बुधवार बरहन में खाई में पलट गई। बुग्गी को ओवरटेक करने के दौरान हुए हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई। गाड़ी में सवार 30 लोग सवार थे। इनमें 22 घायल हो गए, छह की हालत गंभीर बताई गई है। पुलिस के देर से पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने आगरा-जलेसर मार्ग पर जाम लगा हंगामा कर दिया।
एटा के थाना जलेसर के नौखेड़ा गांव निवासी सोबरन सिंह के रिश्तेदार रामनिवास अछनेरा के रायभा में रहते हैं। बुधवार को सोबरन सिंह अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ रामनिवास के पिता की तेरहवीं में शामिल होने आ रहे थे। मैक्स जीप में गेंहू और आलू की बोरियां भी लदी हुई थीं। जिन्हें सोबरन को आगरा में रहने वाली बेटी को देना था। बरहन के रामनगर में जलेसर सीमा के पास बुग्गी को ओवरटेक करते समय जीप बेकाबू होकर खाई में लटक गई। सवारियां खाई में गिरीं और ऊपर से गेहूं की बोरियां भी उन पर गिर गईं। सवारियों की चीख-पुकार सुनकर जुटे ग्रामीणों ने उनको खाई से बाहर निकाला।
सूचना देने के काफी देर बाद भी पुलिस नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस से उनकी तीखी नोंकझोक हो गई। ग्रामीणों ने आगरा-जलेसर मार्ग पर डेढ़ घंटे जाम लगाए रखा। उनका कहना था पुलिस घटना के काफी देर बाद पहुंची। मौके पर पहुंचे एत्मादपुर और जलेसर के सीओ एवं एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद उन्होंने जाम खोला।
हादसे में 50 वर्षीय अनार देवी और रामवती (45) पत्नी ग्या प्रसाद की मौत हो गई। जबकि सुनीता, कलावती, चंचल, विष्णु, किरन, लालवती, गोलू, लक्ष्मी, मंजू समेत 22 लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल 15 लोगों को एसएन इमरजेंसी भेजा। सुनीता, मंजू समेत छह घायलों की हालत गंभीर बताई गई है।
नहीं मिला 100 नंबर
हादसे के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों का कहना था कि 20 मिनट तक 100 नंबर पर फोन मिलाते रहे। कंट्रोल रूम का नंबर नहीं मिला। इसके बाद ग्रामीणों ने 108 पर फोन किया। कुछ समय बाद एम्बुलेंस पहुंच गई। घायलों को आंवलखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया।
आधा तड़पते रहे घायल
जीप खाई में आधी लटक गई थी। इससे उसमें सवार सभी लोग कई मीटर नीचे खाई में गिर गए। बोरियों के नीचे दबने के चलते वह करीब आधा घंटे तड़पते रहे। ग्रामीणों को डर था कि जीप यदि खाई में उलट गई तो वह उसके नीचे दब जाएंगे। उन्होंने खाई में गिरी सवारियों को किसी तरह बाहर निकाला।
बच्चों को अपने नीचे छिपा लिया
घायलों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जीप से खाई में गिरी रामवती समेत कई महिलाओं ने बच्चों को अपने नीचे छिपा लिया था। इससे कि बोरियां बच्चों के ऊपर गिरने से वह दब न जाएं।