आलू-बैंगन को राशन देने वाली दुकान निलंबित
जागरण संवाददाता, आगरा : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम में हुए फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद निबोहरा
जागरण संवाददाता, आगरा : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम में हुए फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद निबोहरा के राशन विक्रेता पदम सिंह की दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम फतेहाबाद ने आपूर्ति विभाग को कोटेदार से खाद्यान्न की वसूली के निर्देश दिए हैं।
दैनिक जागरण ने सोमवार के अंक में आलू, बैंगन और नागिन जमकर उठा रहे सस्ता राशन शीर्षक से प्रकाशित खबर में राशन घोटाले से पर्दा उठाया था। इसके बाद फतेहाबाद तहसील प्रकाशन में खलबली मच गई। इस पर पूर्ति निरीक्षक फतेहाबाद रमाकांत और शमसाबाद के राकेश कुमार टीम के साथ गांव पहुंचे। चौपाल लगाकर टीम ने ग्रामीणों की शिकायतों को सुना। लोगों का आरोप था कि राशन विक्रेता ने पात्र लोगों के कार्ड नहीं बनाए, जबकि अपात्र राशन उठा रहे हैं। इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन कार्रवाई न होने से विक्रेता के हौसले बुलंद थे। ग्रामीण मनोहर ने कार्ड बनवाने के लिए कई बार विक्रेता से अनुरोध किया लेकिन नहीं बनाया। ग्रामीणों ने बताया कि बड़ी संख्या में कार्डो पर राशन सामग्री विक्रेता ने नहीं दी। जो भी शिकायत करता था, उसका खाद्यान्न देना बंद कर देता था। डीएसओ बीके शुक्ला ने बताया कि एसडीएम वंदिता श्रीवास्तव के आदेश पर राशन की दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। सभी कार्डधारकों को राशन विक्रेता मुरारी लाल की दुकान से संबद्ध कर दिया है। उन्होंने बताया कि कोटेदार से खाद्यान्न की रिकवरी कराई जाएगी।
आपूर्ति विभाग ने नहीं किया सत्यापन
फर्जी राशन कार्ड प्रकरण में आपूर्ति विभाग की अधिकारियों ने भी लापरवाही बरती है। शिकायत मिलने के बाद भी जांच नहीं की गई। जबकि कार्डो का सत्यापन भी नहीं किया गया है।
30 को एडीएम करेंगे जांच
निबोहरा गांव में फर्जी राशन कार्डो की जांच एडीएम नागरिक एवं आपूर्ति नरेंद्र सिंह भी करेंगे। वह 30 मार्च को गांव पहुंचकर बैठक करेंगे।