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मायावती दलितों के वोटों की सौदागर

जागरण संवाददाता, आगरा: लोकतांत्रिक बहुजन मंच के कार्यकर्ता सम्मेलन में मंगलवार को भाजपा नेता स्वामीप

By Edited By: Published: Wed, 31 Aug 2016 01:42 AM (IST)Updated: Wed, 31 Aug 2016 01:42 AM (IST)
मायावती दलितों के वोटों की सौदागर

जागरण संवाददाता, आगरा: लोकतांत्रिक बहुजन मंच के कार्यकर्ता सम्मेलन में मंगलवार को भाजपा नेता स्वामीप्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती दलितों की देवी नहीं, उनके वोटों की सौदागर हैं। थैलीशाहों को टिकट बांटती हैं। पैसे के लालच में बाबा साहेब औैर कांशीराम के मिशन का सौदा कर दिया है।

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सूरसदन प्रेक्षागृह में आयोजित सम्मेलन में भाजपा नेता मौर्य ने कहा कि, शाक्य, सैनी, कुशवाहा और अन्य पिछड़ों को बसपा से जोड़ा तो मायावती मुख्यमंत्री बनीं। परंतु उन्होंने टिकट बांटने को रुपयों का पैमाना तय कर लिया। 2012 में विधानसभा चुनाव से पूर्व 130 प्रत्याशियों के टिकट पैसे के लिए मायावती ने बदले। परिणाम बसपा 80 सीटों पर सिमट गई। 2014 के लोकसभा चुनाव में आर्थिक फार्मूले पर उन्होंने एतराज जताया था। मैंने उन्हें समझाया भी, लेकिन उन्होंने बसपा को पैसा कमाने का आधार बना लिया। मौर्य ने कहा कि जब उन्हें यह प्रतीत हुआ कि मायावती थैलीशाहों के हाथ में दलितों व पिछड़ों के सम्मान का सौदा कर रही हैं, तो उन्होंने बसपा छोड़ दी।

सपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह गुंडों और माफिया की पार्टी बन गई है। अपराधों से जनता त्रस्त है, तो मुख्यमंत्री लाचार। वह बोले, सपा का नारा है, खाली प्लॉट हमारा है। कांग्रेस का नेतृत्व बिना कारण के गायब हो जाता है।

बसपा सरकार को जो काम करने चाहिए थे, वह नरेंद्र मोदी सरकार कर रही है। अंबेडकर से जुड़े स्थलों पर स्मारक बनाकर दलितों व पिछड़ों का सम्मान ऊपर उठाने का काम मोदी ने किया है। धम्म यात्रा से भगवान बुद्ध का संदेश जन-जन तक पहुंचाया।

चुनाव नजदीक आया तो याद आए दलित

मौर्य ने कहा कि मायावती को पुणे में हुआ दलित कांड नजर आ रहा है। मगर साढे़ चार साल में उन्हें उप्र में दलितों पर हुए अत्याचार दिखाई नहीं दिए। वह स्वयं को दलितों की देवी कहती हैं। मगर इस देवी में दया नहीं है। वह दलितों के लिए महंगी देवी हैं। उनके दर्शन को भी चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है।

चुनाव बताएगा कौन रिजेक्टेड

बसपा छोड़कर भाजपा में जा रहे लोगों को मायावती द्वारा रिजेक्टेड कहे जाने पर मौर्य ने कहा कि 24 घंटे नोट गिनने वाली अब मंडलीय रैली कर रही हैं। सड़कों पर घूम रही हैं। 2017 का चुनाव तय करेगा कि कौन रिजेक्टेड माल है।

आगरा के विधायक संपर्क में

मौर्य ने प्रेसवार्ता में कहा कि आगरा के कुछ बसपा विधायक और पार्टी नेता उनके संपर्क में हैं, लेकिन वह उनके नाम व संख्या बताकर रणनीति का खुलासा नहीं करेंगे। वक्त पर सब पता चल जाएगा।


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