कमिश्नर की रिपोर्ट से रियल एस्टेट की बढ़ी धड़कनें
जागरण संवाददाता, आगरा: यमुना डूब क्षेत्र को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में दाखिल एनजीटी कमिश्नर की
जागरण संवाददाता, आगरा: यमुना डूब क्षेत्र को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में दाखिल एनजीटी कमिश्नर की रिपोर्ट को लेकर बिल्डरों की धुकधुकी बढ़ी हुई है। गुरुवार को बिल्डर दिन भर एनजीटी की वेबसाइट पर टकटकी लगाए रहे, मगर रिपोर्ट अपलोड नहीं हुई। अनुमान है कि अवकाश के चलते ऐसा हुआ है। शुक्रवार को रिपोर्ट के तथ्य सबके सामने आ सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट मॉनीट¨रग कमेटी के सदस्य डीके जोशी ने यमुना डूब क्षेत्र में अनियमितताओं को लेकर एक याचिका एनजीटी में दायर की है, जिसकी सुनवाई करते हुए नौ अगस्त को एनजीटी ने रजिस्ट्रार जनरल मुकेश गुप्ता को जांच कमिश्नर बनाकर भेजा था। एनजीटी कमिश्नर ने 12 अगस्त को तनिष्क, राजश्री एस्टेट, मंगलम एस्टेट व एक्सटेंशन, पुष्पांजलि सीजंस व हाइट्स और जगदंबा इंटर कॉलेज का मौके पर जाकर निरीक्षण किया था। निरीक्षण रिपोर्ट 24 अगस्त को एनजीटी में दाखिल कर दी थी। खंडपीठ ने जांच रिपोर्ट के आधार पर बिल्डरों को जवाब दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है।
फिलहाल गुरुवार की शाम तक जांच रिपोर्ट में क्या है, इसकी जानकारी नहीं हो सकी है। बुधवार को इंतजार के बाद बिल्डर गुरुवार को भी एनजीटी की वेबसाइट पर नजरें गड़ाए रहे, लेकिन रिपोर्ट अपलोड नहीं हुई।