हर धर्म का उद्देश्य भाईचारे का संदेश
जागरण संवाददाता, आगरा : दुनिया में धर्म चाहे कितने भी हो, लेकिन सभी का उद्देश्य केवल भाईचारा फैलाना
जागरण संवाददाता, आगरा : दुनिया में धर्म चाहे कितने भी हो, लेकिन सभी का उद्देश्य केवल भाईचारा फैलाना ही है। किसी भी मजहब का त्योहार हो वह आपसी प्रेम का संदेश ही देता है। इसलिए असामाजिक लोगों द्वारा बोए जाने वाले नफरत के बीजों को हमें संगठित होकर नष्ट करना है। ये कहना था सर्वधर्म गुरुओं का। वे माथुर वैश्य भवन पचकुईया पर जमीअत उलमा-ए-¨हद के सम्मान एवं ईद मिलन समारोह बोल रहे थे।
सामाजिक सद्भाव एवं राष्ट्रीय एकता अखंडता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में मनकामेश्वर के महंत योगेश पुरी, गुरुद्वारा गुरु का ताल के ग्रंथी अजायब सिंह, बौद्ध धर्म के भंते ज्ञान रत्न और सेंट मैरी चर्च के फादर मून लाजरस का सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मौलाना कलीमुद्दीन कासमी ने बताया कि संगठन का काम शिक्षा के प्रचार-प्रसार के साथ गरीबों, अनाथों और विधवाओं की सहायता करना है। संचालन मौलाना मोहम्मद उजैर आलम ने किया। इस दौरान मौलाना मोहम्मद नईम कासमी, मौलाना मोहम्मद अकील कासमी, मौलाना कारी मोहम्मद आबिद, मौलाना मोहम्मद इसरार, सगीर अहमद, मुफ्ती अमीरउद्दीन, शैलेंद्र कुमार, समी आगाई, इरफाद सलीम, मोहम्मद सुहेल कुरैशी, हाजी असलम कुरैशी आदि मौजूद थे।