नाटक में उभरा किन्नरों का दर्द
जागरण संवाददाता, आगरा: ताज रंग महोत्सव में वैसे तो कई नाटकों का मंचन किया गया, जिनमें सामाजिक विसंगत
जागरण संवाददाता, आगरा: ताज रंग महोत्सव में वैसे तो कई नाटकों का मंचन किया गया, जिनमें सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार किए गए। नेताओें पर कटाक्ष किए। लेकिन सबसे प्रभावशाली रहा नपुंसक नाटक, जिसमें किन्नरों का दर्द दिखाया गया।
सूरसदन में नटराजंलि आर्ट थियेटर ग्रुप द्वारा आयोजित दो दिवसीय महोत्सव के अंतिम दिन शुक्रवार को भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) झारखंड के कलाकारों ने इसी प्रस्तुति दी। जिसमें दिखाया गया कि किन्नरों के साथ जगह-जगह अभद्र व्यवहार किया जाता है। उनकी हर ओर उपेक्षा की जाती है। उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं देता। इसमें देवेंद्र कुमार मिश्र की भूमिका प्रभावशाली रही।
इसके अलावा सोमनाथ यादव के निर्देशन में अंध विश्वास नाटक का मंचन किया गया। एमपीएस वर्ल्ड स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुत किए। महाराष्ट्र के पूजा शिवशंकर ने नृत्य, नेहा मधुसूदन ने भरतनाट्यम, जयपुर के देवेंद्र शर्मा ने कथक, विद्या अकादमी गोहाटी के कलाकारों ने राधा नृत्य, ऊर्जा नाट्य रंग छत्तीसगढ़ ने कर्मदेवी की पूजा लोकनृत्य प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ आइजी डीसी मिश्र ने किया। उन्होंने शहर में इस प्रकार के आयोजनों की वृद्धि पर हर्ष व्यक्त किया। अलका सिंह के निर्देशन में हुए आयोजन में वरिष्ठ रंगकर्मी केशव प्रसाद सिंह, राजनारायन शर्मा, डॉ.राहुल राज, राहुल चतुर्वेदी, मदनमोहन शर्मा, ध्रुव वर्मा, हेमंत प्रजापति, रोहित कत्याल, गोपाल गुरु, ललित वाष्र्णेय, हेमंत गौड़, जुगल श्रोत्रिय, अभिनव श्रोत्रिय, कैप्टन मुकेश सिंह, हरी गहलौत आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
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बेलनगंज से निकाला रंग जुलूस
सुबह छीतरमल रामदयाल की धर्मशाला बेलनगंज से रंग जुलूस निकाला गया। जिसका शुभारंभ मेयर इंद्रजीत आर्य ने किया। इस दौरान स्वच्छ भारत का संदेश उन्होंने दिया। बैंड बाजों के साथ निकाले इस जुलूस में विभिन्न प्रांतों के कलाकार अपनी पारंपरिक पोशाकों में राहगीरों को आकर्षित करते हुए चल रहे थे। शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ यह जुलूस शहीद स्मारक पर पहुंचा, जहां कलाकारों को सम्मान किया गया।