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बीएड छात्र संख्या में कॉलेज संचालकों का फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता, आगरा: अंबेडकर विवि के सबसे बड़े बीएड फर्जीवाड़े में गिरफ्तारी की तैयारी है। इसके बाद

By Edited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 01:24 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 01:24 AM (IST)
बीएड छात्र संख्या में कॉलेज संचालकों का फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता, आगरा: अंबेडकर विवि के सबसे बड़े बीएड फर्जीवाड़े में गिरफ्तारी की तैयारी है। इसके बाद भी शिक्षा माफिया बीएड छात्रों की संख्या में धांधली कर रहे हैं। बीएड सत्र 2014-15 में हजारों फर्जी छात्र सामने आए हैं, इनकी परीक्षा पर रोक लगा दी है।

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बीएड प्रवेश परीक्षा के बाद काउंसिलिंग से छात्रों को कॉलेज आवंटित किए जाते हैं। मगर पिछले कई सालों से बीएड कॉलेजों में छात्रों का सीधे (प्रवेश परीक्षा के बिना) प्रवेश लिया जा रहा है। अधिकांश बीएड कॉलेज परीक्षा से ठीक पहले छात्रों का सीधे प्रवेश ले रहे हैं। इन छात्रों को विवि की परीक्षा में शामिल कराकर एक से डेढ़ लाख रुपये में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कराने का ठेका लिया जा रहा है। बीएड सत्र 2014-15 की परीक्षा के लिए भरे जा रहे ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म में हजारों छात्र पकड़े गए हैं। इन छात्रों को सीधे प्रवेश दे दिया है। कुलसचिव केएन सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग से प्रवेश लेने वाले 14000 छात्रों को ही परीक्षा में शामिल कराया जाएगा। जिन छात्रों का सीधे प्रवेश लिया है, उन पर रोक लगा दी है।

रजिस्ट्रेशन नंबर से पकड़े जा रहे फर्जी छात्र

विवि के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म में काउंसिलिंग का रजिस्ट्रेशन नंबर भी दर्ज करना पड़ रहा है। इसे दर्ज करते ही छात्र का ब्योरा आ जाता है। ऐसे में काउंसिलिंग में शामिल न होने वाले छात्रों के पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है, वे ऑनलाइन फॉर्म ही नहीं भर पा रहे हैं।

फर्जी छात्रों के लिए करोड़ों का ऑफर

विवि प्रशासन की सख्ती के बाद बीएड कॉलेज संचालकों का जमावड़ा लगने लगा है। सत्र 2014-15 के बाद बीएड दो साल की हो गई है। इस सत्र में सीधे प्रवेश लेने वाले छात्रों की परीक्षा कराने के लिए सौदेबाजी होने लगी है। सूत्रों के मुताबिक कॉलेज संचालकों द्वारा करोड़ों का ऑफर दिया जा रहा है।


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