पुलिस ने पीटे और घसीटे किसान
फतेहाबाद: आगरा-लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के जमीन अधिग्रहण को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। मनम
फतेहाबाद: आगरा-लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के जमीन अधिग्रहण को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। मनमानी पर उतरे पुलिस-प्रशासन ने किसान की जमीन पर बिना बैनामे कराए ही कब्जा कर लिया। किसान परिवार ने विरोध की कोशिश की गई तो उन्हें पीटा और घसीटा गया। आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया, कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश फैला हुआ है।
बुधवार दोपहर एसडीएम फतेहाबाद अरुण कुमार सिंह, एएसपी सोमेन वर्मा, तहसीलदार बृजेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर फतेहाबाद हरेंद्र पाल सिंह और एसओ डौकी शैलेन्द्र सिंह भलोखरा गांव पहुंचे। पुलिस और प्रशासन की टीम ने किसान रामपति पुत्र अमर सिंह के खेत पर कब्जा करना शुरू कर दिया। कार्रवाई का पता चलने पर किसान के परिजन पहुंच गए और विरोध शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस पर अफसरों ने उन्हें जमकर हड़काया, किसानों ने कार्रवाई रोकने की कोशिश की तो उनको घसीटकर अलग कर दिया गया। इसके बाद मेहदम सिंह पुत्र महावीर सिंह, श्रीपति, रामप्रकाश पुत्रगण मेहदम सिंह, रामपति सिंह व रमाकांत पुत्रगण अमर सिंह, कातादेवी पत्नी मेहदम सिंह, विनीता पत्नी रामप्रकाश को हिरासत में लेकर पुलिस थाने ले आयी।
किसान रामपति ने बताया कि ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के लिए प्रशासन ने उनके गाटा संख्या 139 के खसरा संख्या 239 में साढ़े 18 बीघा जमीन का बैनामा कराया था। तत्कालीन एसडीएम ने उनकी आलू की फसल नष्ट करा दी थी। प्रशासन द्वारा अधिग्रहीत की गई वह जमीन एक्सप्रेस वे के दक्षिण दिशा में थी। बुधवार को प्रशासन ने उत्तर दिशा की जमीन पर कब्जा कर लिया, इसका बैनामा भी नहीं कराया है।
मामले में एसडीएम अरुण कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की जो जमीन अब एक्सप्रेस वे में काम नहीं आ रही है, वह उन्हें लौटा दी जाएगी। किसानों की सहमति से ही जमीन लेने की कार्रवाई की जा रही है।
उधर, भलोखरा के यशपाल सिंह एड. ने बताया कि उनकी जमीन खसरा संख्या 239 में एक्सप्रेस वे के लिए 13 बिसे जमीन का बैनामा कराया गया था, परन्तु अब खसरा संख्या 219 में एक्सप्रेस वे निकाला जा रहा है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि बिना बैनामा कराये अगर उनके खेत पर कब्जा किया गया तो करारा जबाव दिया जाएगा।