छात्रवृत्ति, शुल्क प्रतिपूर्ति से हजारों रह जाएंगे वंचित
जागरण संवाददाता, आगरा: संस्थानों की लापरवाही से छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए छात्र भटक
जागरण संवाददाता, आगरा: संस्थानों की लापरवाही से छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए छात्र भटक रहे हैं। निदेशालय द्वारा सस्पेक्ट डाटा में लगभग साढे़ 26 हजार फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए थे। इसके बाद समाज कल्याण विभाग ने संस्थानों को इनमें संशोधन के लिए दो मार्च को डाटा मेल के माध्यम से भेज दिया था। त्रुटि सुधार के लिए तीन दिन का समय दिया गया था, लेकिन संस्थानों ने अभी तक इसकी सुध नहीं ली है। वहीं कुछ सोमवार को फॉर्म जमा करने पहुंच रहे थे।
छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाते हैं। इसके चलते छोटी सी त्रुटि पर भी विद्यार्थियों के फॉर्म निरस्त हो जाते हैं। वहीं कुछ छात्रों के एक से अधिक प्रमाण पत्र होने पर उन्हें संदेह के घेरे में डाल दिया जाता है। निदेशालय ने फॉर्म में त्रुटि पाए जाने पर हजारों छात्रों का डाटा सस्पेक्ट में डाल संबंधित जिलों को भेज दिया था। इसमें संशोधन करा पुन: भेजने के निर्देश थे। समाज कल्याण विभाग ने सस्पेक्ट डाटा को मेल द्वारा दो मार्च को सभी संस्थानों को भेज दिया। सस्पेक्ट डाटा में सेंट जोंस, आरबीएस, आगरा कॉलेज, डॉ. बीआर अंबेडकर विवि के आवासीय संस्थान सहित दर्जनों संस्थानों के छात्र थे। संशोधन के बाद तीन दिन के अंदर डाटा वापस करना था। कुछ संस्थानों ने संशोधन करा डाटा भेज दिया, लेकिन कुछ ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते हजारों छात्र छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति से वंचित रह जाएंगे। समाज कल्याण अधिकारी उमेश द्विवेदी ने बताया कि सस्पेक्ट डाटा में 18 हजार एससी और साढे़ सात हजार जनरल के छात्र थे।