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18 दिन बाद जिंदगी की जंग हारी प्रीति

फतेहाबाद: प्रसव के दौरान बच्चेदानी की नस फटने के बाद 18 दिन से जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही प्रीति

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 10:45 PM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 10:45 PM (IST)
18 दिन बाद जिंदगी की जंग हारी प्रीति

फतेहाबाद: प्रसव के दौरान बच्चेदानी की नस फटने के बाद 18 दिन से जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही प्रीति बुधवार को जिंदगी की जंग हार गई। एक निजी अस्पताल में प्रसूता की मौत हो गई। मृतका के पति ने आरोपी नर्स के खिलाफ थाना फतेहाबाद में तहरीर दी, लेकिन वहां मुकदमा दर्ज करने से इन्कार कर दिया गया।

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बीते नौ नवंबर को गांव निबोहरा निवासी सुरेंद्र सिंह अपनी पत्नी प्रीति को प्रसव कराने के लिए प्रसव केंद्र लेकर पहुंचे थे। उनका आरोप है कि प्रसव केंद्र पर मौजूद नर्स ममता भदौरिया ने वहां प्रसव कराने से मना कर दिया और कस्बे में संचालित आरके हॉस्पीटल लेकर पहुंचे। पहले दो बच्चे ऑपरेशन से होने का हवाला देने के बावजदू नर्स ने गारंटी से सामान्य प्रसव कराने का दावा करते हुए उपचार शुरू कर दिया। लिहाजा प्रसव के दौरान प्रीति की बच्चेदानी की नस फट गई और सैप्टिक फैल गया। सुरेंद्र का आरोप है कि प्रीति की हालत बिगड़ती देख नर्स ने उसकी पत्‍‌नी की हॉस्पिटल से छुट्टी कर दी। उसने गंभीर हालत में प्रीति को बरौली अहीर स्थित जीआर हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां 18 दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करते हुए बुधवार को प्रीति ने दम तोड़ दिया।

इसके बाद सुरेंद्र सिंह थाना फतेहाबाद रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा, तो पहले उसे थाना ताजगंज जाने को कहा गया। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह पत्नी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मुकदमा दर्ज कराएगा। वहीं, इंस्पेक्टर थाना फतेहाबाद आरएन सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम होने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

जांच के नाम पर खेल

प्रीति की मौत के लिए जिम्मेदार नर्स को बचाने का खेल भी शुरू हो गया है। पति सुरेंद्र सिंह ने पूर्व में घटना के तत्काल बाद जिलाधिकारी से शिकायत की थी। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच के आदेश दिए थे, जिस पर सीएमओ ने एसीएमओ डॉ. आनंद वर्मा के नेतृत्व में जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम भी बनाई थी। मगर अब तक आरोपी नर्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी है।

एसडीएम के आदेश पर भी न हुई नर्स पर कार्रवाई

मामले में 18 नवंबर को एसडीएम फतेहाबाद पीडी गुप्ता ने भी इंस्पेक्टर फतेहाबाद आरएन सिंह को निर्देश दिए थे कि मामले की जांच कर आरोपी नर्स ममता भदौरिया के खिलाफ कार्रवाई की जाए, लेकिन इस पर भी अब तक कुछ नहीं हुआ।


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