घोड़ों के करतब ने लूटा दिल
जागरण संवाददाता, आगरा: घोड़ा भी लाजबाव और घुड़सवार भी। हॉर्स शो शुरू हुआ तो नजरें टिक गईं। चारपाई पर न
जागरण संवाददाता, आगरा: घोड़ा भी लाजबाव और घुड़सवार भी। हॉर्स शो शुरू हुआ तो नजरें टिक गईं। चारपाई पर नृत्य हुआ और घोड़े पर कसरत। घोड़ों के इन्हीं करतबों ने सैकड़ों लोगों का दिल लूट लिया। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मोबाइल कैमरों के फ्लैश चमकते रहे। बटेश्वर मेला में हॉर्स शो में कुल 28 घोड़ों ने करतब दिखाए। मगर थारो नस्ल (जर्मनी) के घोड़े स्टार डस्ट ने दर्शकों को मुरीद बना दिया।
बुधवार को बटेश्वर मेला मैदान में हॉर्स शो की शुरूआत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रॉयल सैल्यूट से हुई। शो के को-आर्डिनेटर ऋषिराज ने तलवार के साथ रॉयल सैल्यूट और घुड़सवार गुड्डू सिंह ने हॉर्प सैल्यूट दिया।
करतब शुरू होते ही तालियां बजना शुरू हो गई। घुड़सवारों ने शानदार लड़ाकू खेल टेंट पैगिंग का प्रदर्शन किया। तेज रफ्तार में दौड़ रहे घोड़े पर काबू करते हुए घुड़सवारों ने भाले की नोंक से जमीन पर दबे दफ्ती के टुकड़े को उठाया।
स्टार डस्ट के साथ लगाई 10 मीटर की छलांग
ट्रिक राइडिंग में घुड़सवार प्रिंटन बज्जर ने अपने घोड़ा स्टारडस्ट के साथ दस मीटर की छलांग लगाई। इन सब के बीच स्थानीय घुड़सवारों के घोड़ों ने विभिन्न करतब दिखाए। दौड़ते घोड़े पर सलामी और फिर चारपाई का घोड़े का नृत्य खास रहा।
थारो नस्ल के घोड़े स्टार डस्ट अब तक देशभर में हुए दो दर्जन से ज्यादा पदक जीत चुका है। स्टार डस्ट की उम्र छह साल है। गुड़गांव से आए स्टार डस्ट के मालिक प्रिंटन बज्जर ने बताया कि उनके पास कुल 42 घोड़े हैं। बेटा निनाद ने स्टारडस्ट के साथ 12 मेडल जीते हैं। यहां के बाद वे दिसंबर में नई दिल्ली में होने वाले शो में भाग लेंगे।
आधा दर्जन घोड़ों ने किया चारपाई पर नृत्य
एक के बाद एक करीब आधा दर्जन घोड़ों ने चारपाई पर खड़े होकर नृत्य किया। यह देख मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी तालियां बजाई का घुड़सवारों का उत्साहवर्द्धन किया।
घुड़सवार के पैर के इशारे पर नाचता है घोड़ा
घुड़सवारों ने बताया कि देश में ब्रिटिश राइडिंग प्रचलित है, जिसमें घुड़सवार घोड़े को पैर से कमांड देते हैं। घुड़सवार के हाथ में लगाम के कोई मायने नहीं होते हैं। जबकि अमेरिका में रोडियो राइडिंग प्रचलित है।
तीन साल पहले शो में आए थे छह घोड़े
हॉर्स शो के को-ऑर्डिनेटर ऋषिराज सिंह ने बताया कि वर्ष 2011 में हुए हॉर्स शो में उनके छह घोड़े शामिल हुए थे। इस शो में सिर्फ चार ही हैं। जिसमें स्टारडस्ट के अलावा रूपा, रानी, गैरी और बादल शामिल हैं। यह भी मारवाड़ी नस्ल के घोड़े हैं।
अभाव के चलते पहनी चप्पल फिर भी बेहतरीन प्रदर्शन
बटेश्वर मेला में हॉर्स शो भी बिल्कुल अलग तरीके का था। हॉर्स राइडिंग ट्रैक हो या फिर घुड़सवारों की ड्रेस। इसके कोई भी नियम नहीं थे। इस बात को खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वीकार किया। शो में करीब आठ ऐसे घुड़सवार थे, जो चप्पलें पहने हुए थे।
हेलीकॉप्टर से बटेश्वर मेले का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हेलीकॉप्टर से बटेश्वर मेले का हवाई निरीक्षण किया। मेले के अब तक के इतिहास में यह पहला मौका था जब प्रदेश के मुख्यमंत्री मेले में पहुंचे। इससे पूर्व 15 नवंबर 1977 में तत्कालीन सहकारिता मंत्री मुलायम सिंह यादव मेले में पहुंचे थे और तब उन्होंने बीज गोदाम का शिलान्यास किया था।
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मंच पर ये रहे मौजूद
मुख्यमंत्री के अलावा मंच पर कारागार मंत्री राजेंद्र चौधरी, स्टांप मंत्री अरिदमन सिंह, प्राविधिक शिक्षा राज्यमंत्री राम सकल गुर्जर, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन, मेयर इंद्रजीत आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष गनेश यादव, लघु उद्योग निगम के चेयरमैन शिव कुमार राठौर, सांसद अक्षय यादव, विधायक छोटे लाल वर्मा, जिलाध्यक्ष राम सहाय यादव, शहर अध्यक्ष फर्रूख सियर।