एमजी रोड पर अब इंडिया राइजिंग की छाप
जागरण संवाददाता, आगरा: हरीपर्वत से सेंट जोंस कॉलेज की तरफ जाते समय बीच में पड़ने वाला रेलवे पुल डॉ. र
जागरण संवाददाता, आगरा: हरीपर्वत से सेंट जोंस कॉलेज की तरफ जाते समय बीच में पड़ने वाला रेलवे पुल डॉ. राज के विज्ञापन से रंगा हुआ था। आसपास की दीवालें भी गंदी थीं। सालों से नीम-हकीमों के विज्ञापन का साइन बोर्ड बने इस पुल की तस्वीर अब बदल गई है। डॉ. राज अब दिखाई नहीं दे रहे। यहां से गुजरने वालों की नजरें भी दीवाल पर बनी पेंटिंग पर ठहर रही हैं। यह काम किया है टीम इंडिया राइजिंग ने।
टीम इंडिया राइजिंग ने रविवार को एमजी रोड पर हरीपर्वत और सेंट जोंस कॉलेज के बीच पड़ने वाले रेलवे पुल की विज्ञापन और पोस्टर से पटी दीवालों को साफ- सुथरा करने का अभियान चलाया। टीम के सदस्य सुबह सात बजे पुल पर पहुंचे। पहले विज्ञापन के ऊपर सफेद रंग किया। फिर पुल के चारों तरफ की दीवाल पर गेरुआ रंग किया। दीवाल को आकर्षक बनाने के लिए टीम के सदस्य रिटायर कर्नल सुनील चोपड़ा ने अपने ब्रश का कमाल दिखाया। दीवाल पर मोर, झोपड़ी, पेड़-पौधे और दीपावली से जुडे़ चित्र बनाए। इन चित्रों को रंग से सजाने का काम पूरी टीम ने किया। चंद घंटों में पुल की तस्वीर ही बदल गई।
---
लोगों ने रुककर बनाई पेटिंग
इंडिया राइजिंग के सदस्यों को पुल पर पेटिंग करते देख कई लोग रुक गए। ललित कला संस्थान के छात्र आमोद को स्वच्छता अभियान इतना भाया कि ब्रश पकड़ा और पेटिंग बनाने में जुट गए। एसएससी की परीक्षा देने आए एक छात्र ने भी पेटिंग बनाई। इस तरह कई लोगों ने पेटिंग बनाने में अपना सहयोग दिया।
प्रधानमंत्री को भेजी तस्वीरें
सुबह सात बजे शुरू हुआ अभियान 11 बजे समाप्त हुआ। इन चार घंटों में पुल की तस्वीर बदल चुकी थी। वहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति दीवाल को देख रहा था। टीम राइजिंग के सदस्य सुदर्शन दुआ ने बताया कि पुल की पहले और बाद की तस्वीरों को उन्होंने प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर अपलोड किया है।
लोगों को किया जागरूक
पेंटिंग के दौरान टीम के कुछ सदस्य लोगों को जागरूक करने में सक्रिय थे। पेटिंग देखने के लिए रुकने वाले लोगों को अपने क्षेत्र में भी इस तरह काम करने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। कई लोगों ने टीम के अगले कार्यक्रम में जुड़ने की इच्छा जताई। अभियान में वेदप्रकाश आर्य, ज्योति सिंह, ठा. अभिषेक, नितिन जौहर, फातिमा खान, अलका सिंह, प्रदीप अग्रवाल आदि शामिल थे।