बंगाली समाज की दुर्गा पूजा 30 से
जागरण संवाददाता, आगरा: नवरात्र के अवसर पर जहां घर-घर में देवी दुर्गा का पूजन 25 सिंतबर से शुरू होंगी, वहीं बंगाली समाज की परंपरागत सार्वजनिक दुर्गा पूजा 30 सितंबर से शुरू होगी। इस दौरान पूजा पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
बंगाली समाज द्वारा शहर में दुर्गा पूजन सौ साल से अधिक समय से की जा रही है। इसकी शुरुआत छीपीटोला में ऐंग्लो बंगाली गर्ल्स इंटर कॉलेज में हुई। इस समाज के सभी लोग वहीं सामूहिक रूप से पूजन करने लगे। 50 साल पूर्व जब जगह कम पड़ने लगी तो वह देहली गेट स्थित डॉ.वरुण सरकार नर्सिग होम पर इसका पूजन किया जाने लगा। 27 साल से गीतांजलि कल्चरल एसोसिएशन द्वारा न्यू आगरा के कम्युनिटी हॉल में भी यह पूजन किया जा रहा है। कई दशक बाद जब बंगाली समाज की संख्या और अधिक हो गयी तो वह अन्य स्थानों पर भी होने लगी। अब यह पूजन आगरा क्लब के सामने, बल्केश्वर सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी होने लगी है। बंगाली समाज के साथ-साथ अन्य समाज के श्रद्धालु भी सार्वजनिक रूप से पूजन का आयोजन करने लगे हैं। जिससे अब दर्जनों स्थानों पर यह उत्सव होने लगा है। पूजन के लिए प्रतिमाओं का निर्माण मंडी समिति, आगरा कैंट और अन्य स्थानों पर किया जा रहा है।
-------
वेदमंत्रों के साथ होगा षष्ठी पूजन
बंगाली समाज के सभी पूजा मंडपों में 29 सितंबर को प्रतिमाएं रखी जाएंगी जिनमें महिषासुर मर्दिनी स्वरूप मां दुर्गा के साथ-साथ कार्तिकेय, गणपति, महालक्ष्मी और सरस्वती की प्रतिमाएं भी होंगी। 30 सितंबर को प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यहां 3 अक्टूबर तक पूजन, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। प्रतिमाओं का विसर्जन चार अक्टूबर को अपनी-अपनी सुविधा और परंपरा के अनुसार किया जाएगा।