कस्तूरबा विद्यालय में बर्खास्त वार्डन का कब्जा
जागरण संवाददाता, आगरा: डायट परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में उत्पीड़न और गबन के आरोप में बर्खास्त वार्डन अभी भी विद्यालय में जमी हुई हैं। वह बच्चों को अपने पक्ष में लेने का प्रयास कर रही हैं। वहीं, दूसरी बर्खास्त शिक्षिका भी मंगलवार को विद्यालय पहुंची।
शमसाबाद ब्लॉक का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय डायट परिसर में चल रहा है। चार दिन पहले बीएसए ने बालिकाओं के उत्पीड़न, गबन सहित अन्य आरोपों में पूर्व वार्डन पुष्पा वर्मा और शिक्षिका सुषमा पांडे को बर्खास्त कर दिया था। दोनों को विद्यालय छोड़ने के लिए भी कह दिया गया था। इसके बाद भी बर्खास्त वार्डन ने विद्यालय नहीं छोड़ा है। वह अभी भी विद्यालय में रह रही हैं। सूत्रों ने बताया कि वर्तमान वार्डन को उन्होंने कैजुअल लीव (सीएल) लगाने को कहा है। दूसरी बर्खास्त शिक्षिका सुषमा पांडे को जब पूर्व वार्डन के विद्यालय में रहने की जानकारी हुई तो वह मंगलवार दोपहर विद्यालय में पहुंच गई। उनके वहां पहुंचने से दोनों शिक्षिकाओं के बीच तकरार की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि थोड़ी देर रुकने के बाद सुषमा पांडे विद्यालय से चली गई। मगर, पुष्पा वर्मा ने अभी तक विद्यालय में अपना कब्जा जमा रखा है। सूत्रों ने बताया कि पूर्व वार्डन कुछ छात्राओं को अपने पक्ष में करने में लगी हुई हैं। उन्हें खाने में कमी निकालने, पढ़ाई में दिक्कत होने की शिकायत करने की बात कही जा रही है। उनके अभिभावकों को भी उन्होंने इस संबंध में फोन कर बच्चियों को समझाने के लिए कहा है। पूर्व वार्डन के विद्यालय में जमे होने की जानकारी बीएसए देवेंद्र प्रकाश, खंड शिक्षाधिकारी आलोक श्रीवास्तव को है। इस संबंध में दोनों अधिकारियों से कार्रवाई की जानकारी करने को फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उनके फोन रिसीव नहीं हुए।