गुस्साए ग्रामीणों का शमसाबाद थाने पर धावा
जागरण संवाददाता, आगरा: बीस दिन पुराने झगड़े को लेकर भड़के मामले ने पुलिस के होश उड़ा दिए। एक पक्ष की ओर से पूर्व विधायक पैरवी में आए तो दूसरे पक्ष ने थाने पर हमला बोलकर तोड़फोड़ की। आक्रोशित ग्रामीणों का तांडव देख पुलिस ने लाठियां बरसाई। बवाल की आशंका पर दुकानदारों में दहशत फैल गई। वह आनन-फानन में बाजार को बंद करके भाग गए। करीब तीन तीन घंटे तक गांधी चौराहे का आवागमन बाधित रहा। अधिकारी कई थानों के फोर्स के साथ पहुंच गए। तनाव देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई।
एक अगस्त को शमसाबाद के अमादपुर निवासी ताराचंद का गांव के ही धनवान सिंह, प्रवेंद्र, चंद्रशेखर और महिपाल से झगड़ा हो गया था। ताराचंद ने उक्त लोगों के विरुद्ध गाली-गलौज के बाद फायरिंग करके जान से मारने की कोशिश के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रवेंद्र पक्ष के लोगों का कहना था ताराचंद ने फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई है। गुरुवार दोपहर लगभग चार बजे पुलिस ने प्रवेंद्र को कस्बे के गांधी चौराहे से पकड़ लिया। प्रवेंद्र के परिजनों ने पूर्व विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी तो समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। पुलिस पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगा थाने का घेराव करने के बाद धरने पर बैठ गए। वार्ता के लिए अधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे। शाम लगभग सवा छह बजे सीओ फतेहाबाद करुणाकर राव पूर्व विधायक से वार्ता करने थाने पहुंचे।
शमसाबाद प्रतिनिधि के अनुसार इसी बीच ताराचंद पक्ष के लोगों को पूर्व विधायक द्वारा पकड़े गए आरोपी प्रवेंद्र की पैरवी करने का पता चला। आरोपी को छोड़ने की आशंका पर वह गाड़ियों भरकर ग्रामीणों के साथ गांधी चौराहे पहुंच गए। चौराहे पर जाम लगाने के बाद बाजार बंद करा दिया। वहीं सीओ से वार्ता के बाद पूर्व विधायक के थाने से निकलते ही ताराचंद पक्ष के दर्जनों लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थाने पर धावा बोल दिया। भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने थाने में रखी कुर्सी तोड़ दी, ग्रामीणों के तेवर देख कुछ देर को पुलिसकर्मी भी थाने के अंदर भाग गए। अगले ही फोर्स ने तोड़फोड़ पर आमादा भीड़ पर लाठियां भांजकर खदेड़ा। थाने से लेकर बस्ती तक करीब तीन घंटे तक तनाव की स्थिति रही। वहीं पुलिस ने थाने में तोड़फोड़ से इंकार किया है।
सीओ फतेहाबाद करुणाकर राव के मुताबिक दोनों पक्षों को बता दिया है कि विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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तो टकराव से बिगड़ जाते हालात पूर्व विधायक के समर्थकों और ताराचंद के समर्थन में जुटे ग्रामीणों के बीच एक बार तो टकराव की स्थिति पैदा हो गई। जिस समय पूर्व विधायक की सीओ से वार्ता चल रही थी, ताराचंद पक्ष के दर्जनों लोग थाने की ओर कूच कर गए। जिससे वहां टकराव की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने ग्रामीणों को रास्ते में रोक उनको उल्टे पांव लौटा दिया।
दो महीने में पांच फर्जी मुकदमें दर्ज करने का आरोप
धरने पर बैठे पूर्व विधायक के समर्थकों ने थाना पुलिस पर दो महीने में पांच फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया। प्रवेंद्र पक्ष के लोगों का कहना था कि वह आला अधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत करेंगे।