सीडीओ ने पकड़ी मिड-डे मील में बड़ी गड़बड़ी
जागरण संवाददाता, आगरा: मैनपुरी में मिड-डे मील में सीबीआइ जांच की तपिश आगरा पहुंच गई है। गुरुवार को सीडीओ ने बीएसए कार्यालय में मिड-डे मील के दस्तावेज खंगाले। प्रथम दृष्टया इनमें बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। पटल प्रभारी के अनुपस्थित रहने पर जांच पूरी नहीं हो पाई।
गुरुवार दोपहर करीब दो बजे सीडीओ के. बालाजी बीएसए कार्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने मिड-डे मील के दस्तावेज मांगे। सीडीओ के दस्तावेज मांगने से मिड-डे मील के जिला समन्वयक जितेंद्र सिंह और सहायक कर्मचारी अमित के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। पटल बाबू अरुण कुमार के अनुपस्थित होने पर उन्होंने पूरे दस्तावेज दिखाने में असमर्थता जताई। पिछले वर्ष के कनवर्जन कॉस्ट, रसोइया और परिवहन से संबंधित दस्तावेज मिलने पर सीडीओ ने उनको बारीकी से निरीक्षण किया। इसमें कनवर्जन कॉस्ट में करीब तीन लाख रुपये का हिसाब नहीं मिला। जब इसके संबंध में जिला समन्वयक से पूछा तो वह कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। सीडीओ ने करीब ढाई घंटे तक कागजात देखे। पटल बाबू के आने पर उन्होंने दोबारा आने की बात कही। सीडीओ ने बताया कि वह मिड-डे मील के उपभोग प्रमाण पत्र की जांच करने गए थे। इस दौरान उन्होंने तीन प्रारूप की जांच की। इसमें कनवर्जन कास्ट में तीन लाख रुपये का अंतर मिला है। शनिवार को दोबारा जाकर जांच की जाएगी।