दिल्ली की पुरानी हवेली में गूंजेंगी शाहजहांनाबाद की कहानियां
धरोहर : 3.32 करोड़ रुपये से लाहोरी गेट की हवेली में बनेगा संग्रहालय, उत्तरी दिल्ली नगर निगम जल्द शुरू करेगा काम...
पुरानी दिल्ली की गलियों में गुम होते शहर शाहजहांनाबाद के इतिहास से जल्द ही लोग रूबरू हो सकेंगे। उत्तरी दिल्ली नगर निगम लाहोरी गेट के नजदीक पुरानी हवेली में संग्रहालय विकसित करने जा रहा है। इसके लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरीटेज (इंटैक ) ने नई तकनीक को ध्यान में रख कर योजना तैयार की है। इस संग्रहालय पर निगम 3.32 करोड़ रुपये खर्च करेगा। दरअसल, इस योजना का प्रस्ताव साल 2008 में मौजूदा खेल मंत्री विजय गोयल ने रखा था। इस पर उन्होंने अपने सांसद निधि से कुछ राशि भी खर्च की थी लेकिन, योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। करीब नौ साल बाद इसे अब दोबारा नए सिरे से विकसित करने की योजना शुरू की गई है। हवेली में पहले डिस्पेंसरी चला करती थी, लेकिन इसे बंद हुए भी जमाना बीत गया। वहां व्यापारियों ने अपना गोदाम बना लिया था, जिसे निगम ने हटाया। इस समय भी वहां गंदगी का अंबार है।
1929 में बनी हवेली भव्य है। इंटैक के दिल्ली चैप्टर के संयोजक एजीके मेनन ने बताया कि संग्रहालय की योजना तैयार करते वक्त शाहजहांनाबाद के करीब 400 साल पहले के इतिहास को खंगाला गया। यहां के कटरे, गली कूचे, हवेलियां, कला-संस्कृति का गहन अध्ययन किया गया। संग्रहालय को रोचक और लाइव बनाने के लिए ऑडियो- वीडियो सिस्टम का भी इस्तेमाल होगा। हवेली के दो तलों को अलग अलग तरह से विकसित किया जाएगा। इस शहर से जुड़े बादशाहों व महत्वपूर्ण पलों को थ्रीडी डायरोमा के माध्यम से दर्शाया जाएगा। शाहजहांनाबाद की कुछ कहानियां को भी खोजा गया है जिसे लोग यहां छोटी फिल्म के माध्यम से देख सकेंगे। इसके अलावा पुरानी दिल्ली से जुड़ी ऐतिहासिक चीजें व तस्वीरों को भी यहां जगह दी जाएगी। उन्होंने बताया कि संग्रहालय को डिजाइन करते हुए इसे सरल और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया है। डिजाइन तैयार कर निगम को सौंप दिया गया है।
-विजयालक्ष्मी
यह भी पढ़ें : सबसे ऊंचे अशोक स्तंभ की तैयारी