Move to Jagran APP

दिल्‍ली में कॉल ड्राप्‍स की जांच के लिए स्‍थापित किए गए 2000 टावर

टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने दिल्‍ली में गत तीन माह में हुए कॉल ड्रॉप्‍स की जांच के लिए 2,000 मोबाइल टावर्स स्‍थापित किया है।

By Monika minalEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2015 11:50 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2015 11:54 AM (IST)
दिल्‍ली में कॉल ड्राप्‍स की जांच के लिए स्‍थापित किए गए 2000 टावर

टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने दिल्ली में गत तीन माह में हुए कॉल ड्रॉप्स की जांच के लिए 2,000 मोबाइल टावर्स स्थापित किया है।

loksabha election banner

विभाग (DoT) के एक अधिकारी के अनुसार, पिछले 12 हफ्तों में 2,092 मोबाइल साइट्स (2G और 3G) दिल्ली के सर्विस एरिया में जोड़े गए हैं जिससे कॉल ड्रॉप की दर में कमी आयी है।

डाटा की शेयरिंग करते हुए अधिकारियों ने बताया कि भारती एयरटेल जिसका कॉल ड्रॉप रेट पहले 2.92-17.77 प्रतिशत था वह अब 0.08-2.98 प्रतिशत पर आ गया है जबकि वोडाफोन में 1.53-6.63 प्रतिशत से 0.3-2.97 प्रतिशत पर पहुंची है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस में पहले कॉल ड्रॉप रेट 1.53-24.83 प्रतिशत था जो अब 0.02-5.15 प्रतिशत पर पहुंच गया है और आइडिया सेल्युलर 3.34-10.90 प्रतिशत से 0.14-2.65 प्रतिशत पर पहुंचा।

पूरे देश में टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने पिछले तीन महीनों में 22,279 मोबाइल साइट्स को जोड़ा है। मोबाइल साइट्स की स्थापना के अलावा इस मुश्किल को रोकने के लिए ऑपरेटर्स बिल्डिंग सॉल्यूशन भी लगा रहे।

हालांकि MCD जैसे स्थानीय निकायों द्वारा की जा रही सीलिंग से ऑपरेटर्स् को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

काल ड्राप पर देना होगा जुर्माना

एक ऑपरेटर ने कहा कि यदि क्षेत्र में एक मोबाइल साइट MCD सील करती है तो इससे अन्य साइट्स भी प्रभावित होते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.