अब वर्ष 2050 तक उड़ेंगी कारें !
अब बिना पायलट के उड़ने वाली कार बनाने की कोशिश हो रही है। दोस्तो, आपने 'हैरी पॉटर ऐंड द चैम्बर ऑफ सीक्रेट्स' देखी होगी जिसमें मिस्टर वेजली के पास एक उड़ती हुई कार थी। पर अब सचमुच वर्ष 2050 तक ऐसी कार लोगों के पास हो सकती है। असल में, यूरोप की छह संस्थाएं मिलकर
अब बिना पायलट के उड़ने वाली कार बनाने की कोशिश हो रही है। दोस्तो, आपने 'हैरी पॉटर ऐंड द चैम्बर ऑफ सीक्रेट्स' देखी होगी जिसमें मिस्टर वेजली के पास एक उड़ती हुई कार थी। पर अब सचमुच वर्ष 2050 तक ऐसी कार लोगों के पास हो सकती है। असल में, यूरोप की छह संस्थाएं मिलकर ऐसी कार बनाने की कोशिश में जुटी हुई हैं। 'माइकॉप्टर' नाम के इस प्रोजेक्ट के तहत लोगों की व्यक्तिगत जरूरतों के लिए उड़ने वाली कार बनाने की तैयारी की जा रही है। इस कार को साकार बनाने में ज्यादा समय इसलिए लग रहा है क्योंकि अभी हवाई यातायात व्यवस्था, टक्कर से बचाने की टेक्नोलॉजी आदि जैसी कई चुनौतियों से निपटना जरूरी है।
यही नहीं, इस प्रोजेक्ट के लीड रिसर्चर डॉ हेनरिक एच के मुताबिक, यह कार पायलट रहित यानी अपने आप उड़ने वाली भी हो सकती है। इसके लिए आकाश में हाइवे जैसे वर्चुअल कॉरिडोर बनाने होंगे, जिन पर ये पर्सनल एविएशन व्हीकल (पीएवी) उड़ सकें।
ऐसे इंटेलीजेंट साइट सेंसर इस्तेमाल किए जायेंगे, जिससे पीएवी अपने आप रास्ते की अड़चनों से किनारे हट सकेंगी और उतरने की जगह की पहचान कर सकेंगी। वर्चुअल कॉरिडोर, लैंडिंग स्पॉट बनाना और पायलट रहित वाहन चलाने के लिए आने वाली कानूनी बाधाओं को दूर करना मुश्किल जरूर है, लेकिन साइंटिस्ट को उम्मीद है कि वर्ष 2050 तक इन सभी मुश्किलों को दूर कर लिया जाएगा और लोग हवाई सैर का मजा कार में बैठकर ले सकेंगे।