ब्लूटूथ के बारे में ये हैं 5 बड़ी अफवाह, लोग मानते हैं सही
ब्लूटूथ के बारे में कई अफवाहें फैल रही हैं। जिन्हें लोग सही मानते हैं मगर यह सही नहीं होती
नई दिल्ली (जेएनएन)। वायरलैस कनेक्टिविटी के लिये कई स्मार्टफोन यूजर्स ब्लूटूथ फीचर का इस्तेमाल करते हैं। आसानी से यूज किये जाने वाले इस फीचर के कनेक्टिविटी की रेंज करीब 100 मीटर तक होती है। अन्य डिवाइस से आसानी से कनेक्ट होने के चलते ज्यादा तर लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। स्पीकर, हैडसेट से लेकर दूसरे स्मार्टफोन्स जैसे डिवाइस से बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से इसका काफी इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि अब इसके बारे में कई अफवाहें फैल रही हैं। जिन्हें लोग सही मानते हैं मगर यह सही नहीं होती।
1. ब्लूटूथ से होता है बैटरी को नुकसान:
यूजर्स मानते हैं कि ब्लूटूथ की बेहतर कनेक्टिविटी के चलते स्मार्टफोन्स की बैटरी को नुकसान पहुंचता है। हालांकि यह एक समय तक बात सही मानी जाती थी लेकिन अब पहले के मुकाबले ब्लूटूथ काफी अपग्रेड हो चुका है। कंपनी ने इसमें लो एनर्जी टेक्नोलॉजी (LE) का इस्तेमाल किया है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से अब किसी भी स्मार्टफोन या अन्य डिवाइस में कनेक्टिविटी के दौरान बैटरी में किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा।
2. छोटी दूरी पर करता है काम:
अधिकतम यूजर्स मानते हैं ब्लूटूथ की कनेक्टिविटी रेंज काफी कम होती है और यह छोटी दूरी पर ही काम करता है। यह बात पूरी तरह गलत है क्योंकि कनेक्टिविटी ब्लूटूथ की रेंज उसके वर्जन और डिवाइस पर डिपेंड होती है। नॉर्मल ब्लूटूथ की अधिकतम क्षमता 100 मीटर (करीब 328 फीट) तक होती है।
3. सेहत के लिये है खतरनाक:
कुछ यूजर्स का मानना है कि ब्लूटूथ कनेक्टिविटी का जो लोग ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनकी सेहत के लिये यह हानिकारक है। यूजर्स ऐसा इसिलिए मानते हैं क्योंकि इसमें से 100mw (मिली वाट) की एनर्जी निकलती है। जो अब शोधकर्ताओं द्वारा गलत मानी गई है। उनका मानना है कि इसमें से 1mw की पावर एनर्जी ही निकलती है। आपको बता दें ब्लूटूथ की तुलना में 3G नेटवर्क और 4G नेटवर्क से 1,000mw से 2,000mw तक एनर्जी निकलती है।
4. wifi कनेक्टिविटी करता है कमजोर:
कई यूजर्स का मानना है कि ब्लूटूथ के ज्यादा इस्तेमाल से wifi की कनेक्टिविटी कमजोर होती है। यह बात बिल्कुल सही नहीं है क्योंकि ब्लूटूथ और wifi की कनेक्टिविटी अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर निर्भर होती हैं। अगर आप ब्लूटूथ और wifi दोनों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये दोनों अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर रहते हैं।
5. ब्लूटूथ से फोन हो जाता है हैक:
ब्लूटूथ के इस्तेमाल से यूजर्स का फोन हैक हो जाता है यह बात बिल्कुल गलत है। ब्लूटूथ से सिर्फ एक फोन से दूसरे फोन में डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि यूजर्स नॉन-डिस्कवरेबल मोड ऑन रखकर अपनी ब्लूटूथ डिवाइस को हाइड कर सकते हैं। ब्लूटूथ से हमेशा सेव की गईं ट्रस्टेड डिवाइस ही अपने आप कनेक्ट होती हैं।