इंटरनेट का उपयोग करना आपका अधिकार है: मार्क जुकरबर्ग
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के अनुसार इंटरनेट का उपयोग करना आपका अधिकार है। उनके अनुसार सोशल नेटवर्किंग साइट के सर्वे से यह बात सामने आयी है कि 69 प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं जो यह तक नहीं जानते कि इंटरनेट उनकी मदद कैसे करेगा।
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के अनुसार इंटरनेट का उपयोग करना आपका अधिकार है। उनके अनुसार सोशल नेटवर्किंग साइट के सर्वे से यह बात सामने आयी है कि 69 प्रतिशत भारतीय ऐसे हैं जो यह तक नहीं जानते कि इंटरनेट उनकी मदद कैसे करेगा।
30 वर्षीय जुकरबर्ग ने कहा, 'फेसबुक अपने कंटेंट को क्षेत्रीय भाषाओं में देने पर फोकस कर रहा है। एशिया में विशेष तौर पर भारत में इंटरनेट की पैठ मुश्किल है।'
जुकरबर्ग ने कहा कि उन्होंने किसानों और सामाजिक सेवाओं को देखते हुए उन्होंने एक प्रतियोगिता शुरू की है जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में लोकल एप्स को विकसित करना है और इसके लिए एक मिलियन डॉलर फंड भी दिया गया है।
जुकरबर्ग आज दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। साथ ही दिल्ली में दो दिन के लिए आयोजित 'इंटरनेट.ओआरजी समिट' को भी संबोधित किया है। यह समिट 9 से 10 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है। इस समिट का मिशन है- 'कनेक्टिंग द अनकनेक्टेड' यानि वैसे लोगों को इंटरनेट से जोड़ना जो इंटरनेट से तो दूर हैं ही साथ ही इसके बारे में कुछ नहीं जानते हैं।
जुकरबर्ग ने इस समिट के दौरान बताया, 'भारत में 108 मिलियन एफबी यूजर्स हैं।' जुकरबर्ग प्रत्येक इंसान तक इंटरनेट को पहुंचाने की चाहत रखते हैं। वे इस बात को भी मानते हैं कि इसके लिए उन्हें अभी लंबा सफर तय करना होगा।
फेसबुक का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट भारत ही है। 1 बिलियन यूजर्स में 100 मिलियन यूजर्स भारत के हैं। ज्यादातर यूजर्स इस वेबसाइट पर अपने मोबाइल से लॉग इन होते हैं।
दिसंबर तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 108.9 मिलियन तक पहुंच जाने की संभावना है। जब लोग एक बार जुड़ जाएंगे तो हम इससे काफी अद्भुत चीजें कर सकते हैं। पूरे समाज के लिए टेक्नॉलॉजी जरूरी है।
'कनेक्टिंग द अनकनेक्टेड'
आज इंटरनेट.ओआरजी समिट के पहले दिन बैठक को संबोधित करते हुए मार्क जुकरबर्ग ने इसका उद्देश्य 'कनेक्टिंग द अनकनेक्टेड' जाहिर किया। उनका कहना है कि अब तक दुनिया के एक तिहाई लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं, और अब उन बाकियों को भी इंटरनेट के धागे में पिरोना है।
इंटरनेट.ओआरजी का मिशन है- 'कनेक्टिंग द अनकनेक्टेड'। हमें कनेक्टीविटी उन दो तिहाई लोगों तक पहुंचाना है जिनके पास अभी यह नहीं है। एक बिलियन लोग अभी जुड़ने बाकी हैं। जब लोग इंटरनेट से जुड़ जाएंगे तब हम काफी बेहतर चीजें कर पाएंगे। पूरी सोसाइटी को टेक्नोलॉजी से जोड़ना होगा। बेसिक सर्विसेज को फ्री कनेक्टीविटी मुहैया करानी होगी। इस समिट में जुकरबर्ग द्वारा कही गयी मुख्य बातें-
-पूरी दुनिया में 65 प्रतिशत से ज्यादा लोग अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं में इंटरनेट का प्रयोग करते हैं।
- भारत के 60 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो इंटरनेट से नहीं जुड़े हैं और न इसकी उपयोगिता को जानते हैं जैसे-इंटरनेट उनके लिए क्यों उपयोगी हैं आदि।
- भारत में अभी 20 से108 मिलियन एफबी यूजर्स हैं।
- साथ ही बेसिक सर्विसेज के लिए फ्री कनेक्टीविटी भी होनी चाहिए। इंटरनेट के साथ दुनिया के साथ भारत को खड़ा रहना है।
- अगले वर्ष के जुलाई माह में इंटरनेट.ओआरजी एप को लांच करना है।
- इंटरनेट से जुड़ने में आ रही बाधाओं को दूर करना है।
- जांबिया का पहला ऑपरेटर एयरटेल ही था।
- 80 प्रतिशत से ज्यादा कंटेंट 10 विभिन्न भाषाओं में है।
- क्षेत्रीय भाषाओं में ज्यादा कंटेंट है।
- ज्यादातर सेवाएं अंग्रेजी में हैं यहां तक की भारत में भी ऐसा ही है।
- कनेक्टिीविटी में एक बाधा भाषाओं की भी है जिसके लिए क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेंट का उपलब्ध होना जरूरी माना जाता है।
- बेसिक सेवाओं के लिए मुफ्त कनेक्टीविटी ।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला व अमेजन के जेफ बेजोस के बाद जुकरबर्ग भारत आने वाली अमेरिकी कंपनी के तीसरे हाइप्रोफाइल सीईओ हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात शुक्रवार को होगी। फेसबुक पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बाद नरेंद्र मोदी दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता हैं। यहां उनके करीब 200 करोड़ प्रशंसक हैं।
अमेरिका के बाद भारत में फेसबुक की पकड़ काफी मजबूत है।