चीनी से चलने वाली बायो बैटरी
मीठी चीजें किसे पसंद नहीं.. और तो और वैज्ञानिकों ने इसे भी अपने शोध में शामिल कर लिया है। अब वर्जिनिया टेक के नाम से मशहूर वर्जिनिया पॉलिटेक्निक ऐंड स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बायो-बैटरी का डिजाइन तैयार किया है, जो भार के अनुपात में ज्यादा सक्षम है।
नई दिल्ली। मीठी चीजें किसे पसंद नहीं.. और तो और वैज्ञानिकों ने इसे भी अपने शोध में शामिल कर लिया है। अब वर्जिनिया टेक के नाम से मशहूर वर्जिनिया पॉलिटेक्निक ऐंड स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बायो-बैटरी का डिजाइन तैयार किया है, जो भार के अनुपात में ज्यादा सक्षम है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी बैटरी का निर्माण किया है जो बिजली उत्पादन के लिए चीनी का प्रयोग करेगी। इस बैटरी से इतनी विद्युत ऊर्जा का उत्पादन होगा कि कोई भी स्मार्टफोन एक बार चार्ज करने के बाद 10 दिन तक चल सकेगा।
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हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म विधि के अंतर्गत चीनी से ऊर्जा उत्पन्न होती है। बिल्कुल इसी तरह चीनी के अपघटन के दौरान उत्पन्न इलेक्ट्रॉन्स को अवशोषित कर बायो बैटरी भी ऊर्जा उत्पन्न करती है।
वर्जिनिया के शोधकर्ता ने बताया कि उदाहरण के लिए आपके स्मार्टफोन की लिथियम आयन बैटरी एक दिन में ही खत्म हो जाती है। लेकिन भविष्य में ये चीनी का इस्तेमाल ईधन के तौर पर करेगी और आपका फोन एक रिचार्ज से 10 दिन काम करेगा।