महाशिवरात्रि पर इन राशि के लोग इस तरह इन वस्तुओं से करें पूजन होगा बेहद फलदायी
पूजन समाप्त होने के बाद 108 बार ओम नम: शिवाय का जाप व 11 बार शिवलिंग की परिक्रमा करें। मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 03:05 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 05:10 PM (IST)
महाशिवरात्रि का पर्व 24 फरवरी को मनेगा। इस बार महाशिवरात्रि का जागरण 24 फरवरी की रात को सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। चूंकि शुक्रवार को शिवरात्रि होने से इस दिन दूध, चावल, साबूदाना, मिठाई एवं शक्कर के साथ पूजन सामग्री का प्रयोग करना एवं ग्रहण करना विशेष फलदायी रहेगा। इस बार की शिवरात्रि की पूजा शिव भक्तों के लिए विशेष फलदायी भी रहने वाली है।
उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि की पूजा एक दिन पहले से शुरू होती है, लेकिन इस बार यह पूजा शिवरात्रि के दिन 24 फरवरी से होगी। इस दिन रात्रि में चारों पहरों की पूजा के लिए प्रथम प्रहर सूर्यास्त शाम को 6.30 बजे, द्वितीय पहर रात्रि 9.41 बजे, तृतीय प्रहर रात्रि 12.51 बजे एवं चतुर्थ प्रहर तड़के चार बजे से सूर्योदय तक रहेगा। वहीं 24 फरवरी शुक्रवार को निशीथ कालरात्रि 12.14 बजे से 01.04 मिनट तक शुभ है।
महाशिवरात्रि पर अपनी राशि के अनुसार रुद्राभिषेक करना काफी फलदायी होता है। इससे पूजन का महात्म्य काफी बढ़ जाता है। विभिन्न राशियों के लोग निम्न वस्तुओं से अभिषेक कर मनवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं।
मेष- गन्ने का रस, वृष- दूध, मिथुन-गन्ने का रस, कर्क- देशी घी, सिंह- चीनी का घोल, कन्या-गंगाजल, तुला-देशी घी, वृश्चिक-पंचामृत, धनु-चंदन, मकर-नारियल, पानी कुंभ-तेल, मीन-केसरयुक्त दूध।
ऐसे करें पूजन
महाशिवरात्रि पर साधक द्वारा पूरे विधि-विधान से शिव का पूजन करने से भोलेनाथ काफी प्रसन्न होते हैं। सुबह गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद सफेद वस्त्र धारण करें। फिर मिट्टी का शिवलिंग बनाकर अथवा किसी शिव मंदिर में जाकर ओम नम: शिवाय का मन में जाप करते हुए पूरब की ओर मुख करते शिवलिंग पर दूध, बेल पत्र, मदार, धतूरा, भांग, भस्म, कनेर का पुष्प अर्पित करें। फिर शिव चालीसा, शिव तांडव, शिव महिम्न स्त्रोत, शिव पुराण का पाठ करें। पूजन समाप्त होने के बाद 108 बार ओम नम: शिवाय का जाप व 11 बार शिवलिंग की परिक्रमा करें। मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। विवाह के इच्छुक युवाओं के लिए सफेद तिल, चीनी मिले गाय के दूध, सफेद फूल व सफेद चंदन से शिवलिंग का अभिषेक करना लाभदायक रहेगा।
गंगाजल- मानसिक एवं शारीरिक शांति। गाय का दूध- अभिलाषा की पूर्ति।दही- परिजनों के प्रेम की प्राप्ति।
गाय का घी- मोक्ष की प्राप्ति।सरसों का तेल- शत्रु का नाश। गन्ने का रस- धन की प्राप्ति। शहद- रोग का नाश।
राशि के अनुसार इन वस्तुओं का करें पूजन सामग्री में उपयोग
मेष- धतूरा, बड़ा बेर एवं गाजर का उपयोग करें।
वृषभ- सफेद चावल, साबूदाना, शकरकंदी, सफेद फूल एवं खीर।
मिथुन- धतूरा, बेलपत्र के पत्ते एवं धतूरे का फल।
कर्क- खीर, सफेद आक के पत्ते और पुष्प।
सिंह- बेर, संतरा, धतूरा।
कन्या- धतूरे के पत्ते, बेलपत्र, सफेद आक के पुष्प।
तुला- सफेद चावल, साबूदाना, खीर, दूध।
वृश्चिक- धतूरा, बेर, सिंघाड़ा।
धनु- दूध एवं सफेद आक के पुष्प।
मकर व कुंभ- धतुरे का फल, पत्ते एवं बेलपत्र।
मीन- मोसम्बी, केला और बेर।
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