इस वजह से विवाह नहीं हो सकेंगे
ज्वेलरी, वाहन, भूमि की खरीदी के लिए इस साल के अंत तक आठ दिन पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा। मंगलवार दोपहर 1.21 बजे पहला पुष्य नक्षत्र शुरू हुआ, जो बुधवार दोपहर 2.25 बजे तक रहा। दूसरा पुष्य नक्षत्र 2 नवंबर को शाम 7.25 से 3 नवंबर रात 9.45 बजे तक
गुना। ज्वेलरी, वाहन, भूमि की खरीदी के लिए इस साल के अंत तक आठ दिन पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा। मंगलवार दोपहर 1.21 बजे पहला पुष्य नक्षत्र शुरू हुआ, जो बुधवार दोपहर 2.25 बजे तक रहा। दूसरा पुष्य नक्षत्र 2 नवंबर को शाम 7.25 से 3 नवंबर रात 9.45 बजे तक रहेगा। इसके बाद 29 नवंबर शाम 4.30 से 30 नवंबर शाम 5.20 तक तीसरा पुष्य नक्षत्र रहेगा। चौथा पुष्य नक्षत्र 27 दिसंबर को दोपहर 12.28 से 28 दिसंबर को दोपहर 1.15 बजे तक रहेगा। 27 दिसंबर को रविवार होने पर यह रवि पुष्य योग कहलाएगा।
इन सभी पुष्य नक्षत्र में किसी भी तरह की खरीदी शुभ रहेगी। इस साल अब सिर्फ 14 दिन विवाह मुहूर्त चार माह से अधिक के अंतराल के बाद विवाह मुहूर्त आगामी 22 नवंबर को देवउठनी एकादशी से प्रारंभ होंगे, जो 14 दिसंबर तक रहेंगे। इन दोनों माहों में कुल 14 दिन ही विवाह मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद सूर्य 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश कर जाएगा। इस वजह से विवाह नहीं हो सकेंगे। इसके बाद फिर सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के बाद मकर संक्रांति पर 14 जनवरी 2016 से ही विवाह कार्य शुरू होंगे।