सफल होना चाहते हैं, तो स्वयं में लगन और अनुशासन दोनों के बीज बोने होंगे
यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो स्वयं में लगन और अनुशासन दोनों के बीज बोने होंगे। कार्य संपन्न करने के लिए मेहनत भी जरूरी है।
यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो स्वयं में लगन और अनुशासन दोनों के बीज बोने होंगे। कार्य संपन्न करने के लिए मेहनत भी जरूरी है। मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। सफलता पाने के लिए परिश्रम तो करना ही होगा। लगनशील व्यक्ति को किसी भी कार्य को मंजिल तक पहुंचाने में दिक्कत नहीं होती है। लगन की मदद
से योग और ध्यान से भी जुड़ा जा सकता है।
योग और ध्यान के लिए लगन और अभ्यास दोनों जरूरी हैं। मन में लगन नहीं रहने पर आपको प्रतिदिन अभ्यास करने की आदत भी नहीं पड़ेगी। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि योग और ध्यान से आत्मा को शक्तिशाली बनाया जा सकता है। आत्मा के शक्तिशाली होने पर आपके सम्मुख जो कुछ भी चुनौती आएगी, उसे आप सहर्ष स्वीकार कर लेंगे। इसके बाद आप उस दिशा में कार्य करने के लिए अग्रसर हो जाएंगे। फिर आपके सामने संभव और असंभव का भेद भी मिट जाएगा। आप किसी भी चुनौती को आसानी से सफलता में बदल सकते हैं। ध्यान व अध्यात्म के लिए आप किसी विशेष जगह की तलाश कर सकते हैं, पर इसके लिए जगह या स्थान महत्वपूर्ण
नहीं होता है।
अभ्यास करने के साथ ही इंसान में ध्यान और अध्यात्म विकसित होता है। अभ्यास से आपकी रुचि इस ओर विकसित होगी और आप इस क्षेत्र में स्थापित हो जाएंगे। परिवर्तन अच्छी बात है, लेकिन चीजों के बदलाव के
साथ-साथ आपको अपने सिद्धांत और विचार नहीं बदलने चाहिए।
ब्रह्मकुमारी शिवानी