गुरु जी के दिखाए रास्ते पर चलने का यत्न करें : बादल
पटियाला : सिख गुरुओं की पवित्र निशानियों को लेकर गुरुद्वारा दुख निवारण पटियाला से यात्रा शुरू। राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाएगी यात्रा। पहले दिन शोभायात्रा में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने की शिरकत।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 06 May 2015 02:35 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 03:25 PM (IST)
r>गुरु गोबिंद सिंह जी के शस्त्र व वस्त्रों के दर्शन करवाने की शोभा यात्रा आरंभ
पटियाला: मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि हमें दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने का यत्न करना चाहिए। उन्होंने गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि गुरु साहिब की निशानियों को केशगढ़ साहिब में स्थापित किया जाएगा। खालसा पंथ ने जुल्म के खिलाफ लड़ने व कमजोरों की मदद करने के आदेश दिए है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब विरासत को लोगों तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है। इसी के तहत अमृतसर में भगवान वाल्मीकि जी ने जहां रामायण की रचना की थी वहां सौ करोड़ की लागत से राम तीर्थ का निर्माण करवाया गया है।
देश की आजादी में पंजाबियों की कुबार्नियों को याद करते हुए कहा कि आजादी में 80 फीसद शहादतें पंजाबियों ने दी है। जंगे आजादी की यादगार स्मारक का भी निर्माण करवाया जा रहा है। इससे आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
इससे पहले उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास के बारे में जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि यहां की पड़ोसी राज्यों हरियाणा व राजस्थान के सिख समुदाय के लोगों को भी गुरु साहिब की निशानियों के दर्शन करवाए जाएं।
इस के बाद पूर्ण धार्मिक मर्यादा से गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब मेंं सुशोभित दशम पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी के 19 शस्त्रों और वस्त्रों को संगत के दर्शन के लिए रवाना किया गया। इन निशानियां को 20 मई को श्री केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा साहिब में सुशोभित कर दिया जाएगा।
गुरु जी की निशानियों को एसजीपीसी ओर से दो करोड़ रुपये की राशि से तैयार की गई विशेष बस के माध्यम से पटियाला से संगरूर, बरनाला ले जाया जाएगा।
7 मई को मानसा और तलवंडी साबो, 8 मई को बठिंडा, मलोट, मुक्तसर साहिब, 9 मई को कोटकपूरा, फरीदकोट व फिरोजपुर, 10 मई को मोगा, जीरा और हरीके, 11 मई को पट्टी, झंबाल, तरनतारन, 12 मई को जंडीयाला, बाबा बकाला और श्री अमृतसर साहिब, 14 को बटाला में ये निशानियों पहुंचेंगी।
इसके अलावा यह श्री हरि गोबिंदपुर, छोटा घल्लूघारा, 15 को गुरदासपुर, दसूहा, होशियारपुर, 16 को करतारपुर, कपूरथला और सुलतानपुर, 17 को नकोदर, जालंधर, फगवाड़ा, 18 को लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, 19 को मोहाली, मोरिंडा, चमकौर साहिब, रोपड़ पहुंचेगी। 20 मई को श्री केसगढ़ साहिब में इन निशानियों को सुशोभित कर दिया जाएगा।
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