गंगा के साथ निखरेगी चारधाम यात्रा की सूरत
गंगा नदी के साथ ही चारधाम यात्र की सूरत भी निखरेगी। केंद्र सरकार चारधाम यात्रा के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्ययोजना तैयार कर रही है। यह कार्ययोजना 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के तहत लागू होगी। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए बेहतर सड़क और दूरसंचार संपर्क के साथ ही
नई दिल्ली। गंगा नदी के साथ ही चारधाम यात्र की सूरत भी निखरेगी। केंद्र सरकार चारधाम यात्रा के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्ययोजना तैयार कर रही है। यह कार्ययोजना 'नमामि गंगे' कार्यक्रम के तहत लागू होगी।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए बेहतर सड़क और दूरसंचार संपर्क के साथ ही, साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और अन्य सुविधाओं के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसे अगले पांच वर्षो में पूरा कर लिया जाएगा। यह कार्ययोजना जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रलय के सचिव के समन्वय में बने सचिवों के अनौपचारिक समूह की रिपोर्ट के आधार पर तैयार की जा रही है। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती सहित पांच मंत्रियों के एक अनौपचारिक समूह ने सचिव स्तरीय समूह को गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए लंबी अवधि की कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके बाद ही सचिव स्तरीय समूह ने गंगा को निर्मल बनाने के साथ-साथ तीर्थस्थलों पर यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के मकसद से चारधाम यात्र के विकास की कार्ययोजना की सिफारिश की है। इस यात्रा के विकास के साथ ही गंगा और यमुना में पूजा सामग्री व फूल प्रवाहित करने की भी विशेष व्यवस्था की जाएगी।
सचिव स्तरीय समूह ने ऐसा करने की सिफारिश की है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने 2014-15 के आम बजट में गंगा को निर्मल बनाने के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम का ऐलान किया था।
आम बजट में सरकार ने इस योजना के लिए 2037 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इसके अलावा गंगा के किनारे शहरों में घाटों के विकास के लिए भी सरकार ने अलग से राशि आवंटित की है।
हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे कार्यक्त्रम को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी।लिए नमामि गंगे कार्यक्रम का ऐलान किया था। आम बजट में सरकार ने इस योजना के लिए 2037 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इसके अलावा गंगा के किनारे शहरों में घाटों के विकास के लिए भी सरकार ने अलग से राशि आवंटित की है।
हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे कार्यक्रम को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी।