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विश्वनाथ मंदिर के 11 पुजारी हुए प्रतिबंधित, कैमरे की नजर में होगी चढ़ावे की गणना

विश्वनाथ मंदिर मामले में कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने बुधवार को कड़ा रूख अख्तियार किया है। मंदिर में 11 पुजारियों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही मंदिर में चढ़ावे की धनराशि की गणना काउंटिंग मशीन से कराने का निर्देश दिया। कहा कि गणना के समय अधिकृत अधिकारियों

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2015 04:38 PM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2015 04:41 PM (IST)
विश्वनाथ मंदिर के 11 पुजारी हुए प्रतिबंधित, कैमरे की नजर में होगी चढ़ावे की गणना

वाराणसी । विश्वनाथ मंदिर मामले में कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने बुधवार को कड़ा रूख अख्तियार किया है। मंदिर में 11 पुजारियों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही मंदिर में चढ़ावे की धनराशि की गणना काउंटिंग मशीन से कराने का निर्देश दिया। कहा कि गणना के समय अधिकृत अधिकारियों संग सीसी टीवी कैमरा खुला रहना चाहिए। कैमरे की खराबी की दशा में दूसरे कैमरे का इस्तेमाल किया जाए अथवा वीडियो की रिकार्डिग कराई जाय।

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कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जितेन्द्र कुमार तिवारी, रामतीर्थ त्रिपाठी, गोरध्वज शर्मा, भावेश कुमार झा, भृगु प्रसाद पांडेय, संतोष कुमार तिवारी, राकेश कुमार पराशर, रोहित कुमार पांडेय, विजय नरायण तिवारी, सौरभ शर्मा व सुनील कुमार द्विवेदी सहित 11 पुजारियों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। इतना ही नहीं इन पुजारियों के पूर्व में जारी पास को भी निरस्त कर दिया है।1बता दें, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में इन 11 नि:शुल्क शास्त्रियों / पुजारियों के अनियमित ढ़ग से प्रवेश और उनसे पूजा-पाठ कराने के संबंध में शिकायत मिलने पर इसकी जांच के लिए कमिश्नर ने मुख्य विकास अधिकारी विशाख जी को अधिकारी नामित किया था। इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी, उपायुक्त श्रम एवं सहायक अभियंता डीआरडीए की त्रिस्तरीय संयुक्त टीम गठित कर मामले की जांच कराई। जांच उपरांत मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में इन 11 पुजारियों में से कोई भी अधिकृत पुजारी या शास्त्री न होने की बात सामने आई। साथ ही इनके पास न तो कोई नियुक्ति पत्र है और न इनके चयन की कोई प्रक्रिया ही अपनाई गई है। मंदिर प्रशासन द्वारा इन्हें बिना वैध नियुक्तियों के मंदिर में शास्त्री और पुजारियों के रूप में प्रवेश कराया गया है और इनके द्वारा अवैध रूप से पूजा-पाठ करके, दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं से अवैध धन की वसूली आदि संगीन तथ्य प्रकाश में आने पर कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने यह कार्रवाई की है। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के चढ़ावे एवं हुंडी से प्राप्त धनराशि की गणना कर्मचारियों के स्थान पर काउंटिंग मशीन द्वारा गणना कराए जाने का निर्देश दिया है।

उन्होंने गणना मंदिर के अधिकृत कोषाधिकारी, सहायक लेखाधिकारी, अपर कार्यकारी अधिकारी एवं बैक के अधिकारियों की उपस्थिति में कराए जाने पर जोर देते हुए गणना के समय सीसी कैमरा खुला रखने को कहा है। इतना ही नहीं अगर किसी दशा में कोई सीसी कैमरा कार्य नहीं करता है, तो दूसरा कैमरा लगाकर गणना की जाए। इसके बावजूद भी अगर कैमरा नहीं चल रहा तो वीडियो रिकार्डिग कराई जाए। कमिश्नर ने प्रतिदिन की गणना का एक स्थायी अभिलेख कंप्यूटर एवं रजिस्टर पर रखने व गणना की सीडी को तिथिवार संरक्षित किया जाने की बात कही है, ताकि आवश्यकता पड़ने गणना प्रक्रिया का अवलोकन किया जा सके ।


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