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Tulsi Puja Niyam: तुलसी के पास दीपक जलाने से मिलते हैं कई अद्भुत लाभ, जानकर रह जाएंगे हैरान

हिंदू मान्यताओं के अनुसार तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। ज्यादातर हिंदू अनुयायियों के घरों में तुलसी का पौधा पाया जाता है और इसकी सुबह-शाम पूजा भी की जाती है। माना गया है कि घर में हरा-भरा तुलसी का पौधा होने का अर्थ है कि आपके ऊपर लक्ष्मी जी की विशेष कृपा बनी हुई है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Fri, 19 Apr 2024 12:13 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2024 12:13 PM (IST)
Tulsi Puja Niyam तुलसी के पास दीपक जलाने से मिलते हैं कई लाभ।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Diya: सनातन मान्यताओं के अनुसार, तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है। कहा जाता है कि जिस घर में सुबह-शाम तुलसी की पूजा होती है, वहां लक्ष्मी जी का सदैव वास बना रहता है। इसके साथ ही तुलसी के समक्ष घी का दीपक जलाना भी जरूरी माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि प्रतिदिन तुलसी के पास घी का दीपक जलाने से साधक को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।

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दूर होती हैं आर्थिक परेशानियां

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रोजाना तुलसी की पूजा के दौरान घी का दीया जलाना भी अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति होती है, जिससे घर की आर्थिक परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही लक्ष्मी जी की कृपा से घर परिवार में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।

मिलेंगे अच्छे परिणाम

तुलसी के पास रोजाना घी का दीपक जलाने से लक्ष्मी जी की प्रसन्न होती हैं और घर में उनका वास बना रहता है। साथ ही तुलसी की कृपा से जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगते हैं। साथ ही व्यक्ति की हर परेशानी भी दूर होने लगती है। इतना ही नहीं, तुलसी पर प्रतिदिन घी का दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है, जिससे परिवार में लड़ाई-झगड़े की स्थिति से भी छुटकारा मिलता है।

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किस तरह जलाएं दीपक

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना करें। पूजा खत्म होने के बाद तुलसी जी को प्रणाम करते हुए शुद्ध जल चढ़ाएं। इसके बाद तुलसी जी के समक्ष गाय के घी का दीपक प्रज्वलित करें। दीपक को रखने के लिए चावल की छोटी सी ढेरी बनाएं और उसके ऊपर दीपक रखें। इसके बाद तुलसी जी की सात बार परिक्रमा करें। अंत में तुलसी के समक्ष एक आसन बिछाकर बैठ जाएं और तुलसी जी के मंत्रों का जाप करें।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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