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हजारों अनजाने के लिए सामूहिक पिंडदान

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में मंगलवार को चर्चित स्व सुरेश नारायण की मौत 30 जनवरी 2014 के बाद उनका बेटा चंदन कुमार सिंह ने सामूहिक रूप से पिंडदान किया। उन्होंने कहा कि उसके पिता सुरेश नारायण ने कहा था कि उनकी मौत के बाद वह अनजान लोगों के पिंडदान करें।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2015 04:24 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2015 04:29 PM (IST)
हजारों अनजाने के लिए सामूहिक पिंडदान

गया। विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में मंगलवार को चर्चित स्व सुरेश नारायण की मौत 30 जनवरी 2014 के बाद उनका बेटा चंदन कुमार सिंह ने सामूहिक रूप से पिंडदान किया। उन्होंने कहा कि उसके पिता सुरेश नारायण ने कहा था कि उनकी मौत के बाद वह अनजान लोगों के पिंडदान करें। इसलिए उनकी मौत के बाद आज वह आकर अपने पिता की अभिलाषा को पूरी किया। चंदन ने कहा कि पिंडदान करने से मन को शांति व सुख की अनुभूति मिली।

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चंदन ने 16 दिसम्बर 2014 को पाकिस्तान के पेशावर के आर्मी स्कूल में आतंकी हमला में मारे गए 132 बच्चे, 30 दिसम्बर 2014 को इंडोनेशिया से सिंगापुर जा रही विमान में सवार मारे गए, सात जनवरी 2015 को पेरिश में आतंकी हमला में मारे गए 10 पत्रकार समेत 12 लोग, मक्का में भगदड़ में मारे गए हज यात्री, तीन अक्टूबर 2014 को विजया दशमी के दिन रावध वध के दिन मारे गए 35 लोग, 12 अक्टूबर 2014 को आंध्र प्रदेश के विशाखापतनम और उड़ीसा में भयंकर तुफान फुदफद में जान गवाए 22 लोग, एक दिसम्बर 2014 को छतीसगढ़ के सुकमा जिले में 14 शहीद जवान, पांच दिसम्बर 2014 को जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में गया के ले कर्नल संकल्प कुमार सहित 11 शहीद जवान, 22 अप्रैल 2015 को पुर्णिया में आए तुफान में मारे गए 65 लोग, 28 सितम्बर 2015 को ग्रेटर नोएडा विसहाड़ा में गोमांस की लाउडस्पीकर पर अफवाह में मारे गए अनजाने व बेगानों के लिए पिंडदान किया। स्वामी राघवाचार्य ने पिंडदान कराया।गया, जागरण संवाददाता : विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में मंगलवार को चर्चित स्व सुरेश नारायण की मौत 30 जनवरी 2014 के बाद उनका बेटा चंदन कुमार सिंह ने सामूहिक रूप से पिंडदान किया। उन्होंने कहा कि उसके पिता सुरेश नारायण ने कहा था कि उनकी मौत के बाद वह अनजान लोगों के पिंडदान करें। इसलिए उनकी मौत के बाद आज वह आकर अपने पिता की अभिलाषा को पूरी किया। चंदन ने कहा कि पिंडदान करने से मन को शांति व सुख की अनुभूति मिली। चंदन ने 16 दिसम्बर 2014 को पाकिस्तान के पेशावर के आर्मी स्कूल में आतंकी हमला में मारे गए 132 बच्चे, 30 दिसम्बर 2014 को इंडोनेशिया से सिंगापुर जा रही विमान में सवार मारे गए, सात जनवरी 2015 को पेरिश में आतंकी हमला में मारे गए 10 पत्रकार समेत 12 लोग, मक्का में भगदड़ में मारे गए हज यात्री, तीन अक्टूबर 2014 को विजया दशमी के दिन रावध वध के दिन मारे गए 35 लोग, 12 अक्टूबर 2014 को आंध्र प्रदेश के विशाखापतनम और उड़ीसा में भयंकर तुफान फुदफद में जान गवाए 22 लोग, एक दिसम्बर 2014 को छतीसगढ़ के सुकमा जिले में 14 शहीद जवान, पांच दिसम्बर 2014 को जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में गया के ले कर्नल संकल्प कुमार सहित 11 शहीद जवान, 22 अप्रैल 2015 को पुर्णिया में आए तुफान में मारे गए 65 लोग, 28 सितम्बर 2015 को ग्रेटर नोएडा विसहाड़ा में गोमांस की लाउडस्पीकर पर अफवाह में मारे गए अनजाने व बेगानों के लिए पिंडदान किया। स्वामी राघवाचार्य ने पिंडदान कराया।


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