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सुरक्षा व्यवस्था देखने काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे एडीजी

वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल आज सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने सुरक्षा इंतजाम देखे। वह यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में भी शिरकत करेंगे। इसमें नया कंट्रोल रूम बनाने पर भी फैसला होना है। इस बीच मंदिर न्यास परिषद ने काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह की

By Edited By: Updated: Wed, 04 Jun 2014 04:39 PM (IST)
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लखनऊ। वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल आज सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने सुरक्षा इंतजाम देखे। वह यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में भी शिरकत करेंगे। इसमें नया कंट्रोल रूम बनाने पर भी फैसला होना है।

इस बीच मंदिर न्यास परिषद ने काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह की सुरक्षा भूतपूर्व सैनिक को सौपने पर मुहर लगा दी है। मंगला आरती के टिकट चेक करने से लेकर अन्य सुरक्षात्मक जिम्मेदारी उनके पास रहेगी। भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम की मदद से सैनिकों की तैनाती होगी। सेवा शतर्ें निगम के कर्नल जल्द अधिकारियों के साथ बैठक कर तय करेंगे। पहले चरण में छह माह आकलन कर फिर इसे जारी रखने पर विचार होगा। इसके अलावा पंचमुखी गणेश मंदिर के पास देव दरबार के स्वामित्व की दुकानों को खाली कराकर काउंटर खोले जाएंगे। इससे श्रद्धालुओं को टिकट लेने अंदर नहीं आना होगा। बैठने व पेयजल की व्यवस्था भी होगी। श्रद्धालु हित में रानी भवानी से सटी गली को खोलने को भी सदस्यों ने हरी झंडी दे दी।

झूलते रहेंगे बिजली के तार -

मंदिर में फर्श पर ग्रेनाइट लगाने के दौरान ही विद्युत तार अंडरग्राउंड किए जाएंगे। मरम्मत के लिए 24 घंटे बिजली मिस्त्री 10 हजार रुपये प्रतिमाह के खर्च पर आउट सोर्सिंग के जरिए रखा जाएगा। पुजारियों- कर्मियों की मानदेय वृद्धि पर भी छह माह बाद विचार किया जाएगा। अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने पर पुलिस विभाग द्वारा भेजे प्रस्तावों को देखने के बाद विचार होगा। अध्यक्षता पं. अशोक द्विवेदी ने की।

बैठक हाईपावर कमेटी की-

काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर अन्य प्रबंधों की समीक्षा करने को आज हाई पावर कमेटी की बैठक हो रही है। एडीजी सुरक्षा के नेतृत्व में होने वाली बैठक में नए कंट्रोल रूम के निर्माण, सुरक्षा उपकरणों की मौजूदा स्थिति, खरीद-फरोख्त समेत अन्य मसलों पर चर्चा होनी है। हर तीन माह पर होने वाली इस बैठक में विचार-विमर्श तो खूब हो चुके हैं लेकिन काम उसकी अपेक्षा में कम है। मंदिर क्षेत्र में लगे अधिकतर कैमरे अभी खराब व निम्न तकनीक के हैं। हालांकि बीते दिनों मंदिर आए एडीजी लॉ एंड आर्डर के फरमान के बाद कुछ कैमरे बदले गए हैं। मंदिर परिक्षेत्र में इस समय खुफिया अधिकारियों की जबरदस्त कमी है। पूर्व में जहां एक पाली में दस से पंद्रह खुफियाकर्मी हुआ करते थे अब उनकी संख्या पांच तक आकर सिमट चुकी है।