यही सफलता और असफलता के बीच का फर्क है
जिनका मूल यही है। हमें विश्वास की शक्ति को पहचानने में देर नहीं करनी चाहिए।
किसी ने सही कहा है कि कोई भी काम बेकार नहीं जाता है। यानी हम जितनी मेहनत करेंगे। उसका फल किसी न किसी रूप में जरूर मिलेगा। फर्क इतना है कि कुछ लोग इस बात पर विश्वास करते हैं कुछ नहीं। और कुछ लोग नहीं। लेकिन जो लोग विश्वास करते हैं वह विश्वास की शक्ति से अपने लक्ष्य को पा सकता है।
यही सफलता और असफलता के बीच का फर्क है जिसे हम विश्वास या आत्मविश्वास कह सकते है क्योकि सारा खेल विश्वास का ही है। विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है और अविश्वास भगवान के बनाए इंसान को पत्थरदिल। इस बात को लेकर कई तरह की प्रेरक कहानियां लिखी गईं हैं।
जिनका मूल यही है। हमें विश्वास की शक्ति को पहचानने में देर नहीं करनी चाहिए। क्योंकि जिस दिन आप विश्वास की शक्ति को पहचान कर उस पर अमल करना शुरू कर देंगे। उस दिन से अपने लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ने लगेंगे।