शर्करा सप्तमी पर देवी मंदिरों में भक्तों का तांता
वैशाख शर्करा सप्तमी पर शहर के पौराणिक चामुंडा देवी मंदिर समेत सभी भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह और शाम को भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में मातारानी के जयकारे लगते रहे। भक्तों ने मंदिरों में भजन-कीर्तन कर उन्हें लुभाया। श्रीकृष्ण और श्रीराधा की नगरी में शर्करा सप्तमी धूमधाम से मनाई गयी। घरों में शक्कर से पगे व्यंज
वृंदावन। वैशाख शर्करा सप्तमी पर शहर के पौराणिक चामुंडा देवी मंदिर समेत सभी भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह और शाम को भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में मातारानी के जयकारे लगते रहे। भक्तों ने मंदिरों में भजन-कीर्तन कर उन्हें लुभाया।
श्रीकृष्ण और श्रीराधा की नगरी में शर्करा सप्तमी धूमधाम से मनाई गयी। घरों में शक्कर से पगे व्यंजन बनाये गये तो मंदिरों में महिलाओं ने मातारानी को शक्कर के पुआ और बतासे भेंट कर भजन कीर्तन किया। शक्कर सनातन धर्म के इस उत्सव को मूल रूप से राजस्थान में मनाये जाने की परंपरा है, लेकिन श्रीकृष्ण की नगरी में माता रानी श्री राधारानी को राजस्थानी परंपरा को मनाने वाले लोग उल्लास पूर्वक मनाते हैं। उधर घरों में भी मीठे पकवान बनाकर मातारानी श्रीराधा की पूजा की। मां चामुंडा शर्करा सप्तमी पर ब्रजवासियों ने सोमवार को इस पर्व को उल्लास पूर्वक मनाया। सुबह से महिला और पुरुषों की लंबी कतार चामुंडा देवी, राधाबाग स्थित प्राचीन कात्यायनी पीठ, राजपुर का चामुंडा देवी मंदिर, करीलीवाली देवी मंदिर, गोपीनाथ बाजार और मथुरा दरवाजा पर पथवारी मंदिर, सर्राफा बाजार में कैला देवी मंदिर पर देखी गई। महिला और पुरुषों ने जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान महिलाओं ने देवी को प्रसन्न करने को भजन गाए।