..और आज हिमालय का अंतिम गांव
हिमालयी महाकुंभ के नाम से विख्यात नंदा देवी राजजात अति दुर्गम सफर के निकट पहुंच चुकी है। बृहस्पतिवार को यात्रा ने आबादी वाले अंतिम गांव वाण से 15 किलोमीटर दूर मुंदोली में पड़ाव डाला। शुक्रवार को राजजात वाण पहुंचेगी और अगले दिन यहां से नंदा के धर्मभाई लाटू देवता की अगुआई में उच्च
मुंदोली, [चमोली], जागरण संवाददाता। हिमालयी महाकुंभ के नाम से विख्यात नंदा देवी राजजात अति दुर्गम सफर के निकट पहुंच चुकी है। बृहस्पतिवार को यात्रा ने आबादी वाले अंतिम गांव वाण से 15 किलोमीटर दूर मुंदोली में पड़ाव डाला। शुक्रवार को राजजात वाण पहुंचेगी और अगले दिन यहां से नंदा के धर्मभाई लाटू देवता की अगुआई में उच्च हिमालय में प्रवेश कर जाएगी। इसके बाद 96 किलोमीटर तक यात्रा निर्जन पड़ावों से होकर गुजरेगी।
समुद्रतल से 2444 मीटर की ऊंचाई पर स्थित वाण में अब तक दस हजार से ज्यादा लोग नंदा के दर्शनों के लिए एकत्र हो चुके हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही। यहां यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर ही आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। मेलाधिकारी और चमोली के अपर जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि वाण से विकट परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन डेढ़ से दो हजार लोगों को ही आगे जाने की अनुमति देगा। दरअसल, निर्जन क्षेत्र में पहली बार सरकार यात्रा की सभी व्यवस्थाएं कर रही है। पूर्व में यात्री स्वयं अपने इंतजाम कर यात्रा करते थे, लेकिन इस बार पिछली बार आई आपदा के दृष्टिगत सरकार ने यह जिम्मेदारी ली है।
इससे पहले बुधवार रातभर फल्दिया गांव में स्थानीय महिला और पुरुष झौड़ा और चांचड़ी नृत्यों पर थिरकते रहे। ग्रामीणों के आतिथ्य से यात्री अभिूभत नजर आए। शाम को हुई बारिश से टेंट गीले होने के बाद ग्रामीणों ने यात्रियों के लिए अपने घरों में ही व्यवस्था की। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने सामूहिक तौर यात्रियों के लिए भोजन बनाया।
बृहस्पतिवार को यात्रा पूर्वाह्न 10.45 बजे फल्दिया गांव से मुंदाली के लिए रवाना हुई। कैल नदी के किनारे-किनारे होते हुए राजजात दोपहर को पिलफाड़ा गांव पहुंची। पिलफाड़ा के बारे में मान्यता है कि यहां देवी पिलवा नाम दैत्य का वध किया था। कैलघाटी से गुजरती यात्रा ल्वाणी और बगरिगाड होते हुए देर शाम मुंदोली पहुंची।
वाण में होगा मेडिकल और बायोमैट्रिक्स रजिस्ट्रेशन
वाण में प्रशासन ने यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रियों के स्वास्थ्य के परीक्षण के लिए चिकित्सक और सहयोगी स्टाफ वाण पहुंच गया है। चमोली के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजीत गैराला ने बताया कि टीम में उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पंकज जैन के अलावा दस चिकित्सक और दस फार्मासिस्ट के साथ ही अन्य स्टाफ शामिल हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए दस काउंटर लगाए गए हैं। इसके अलावा यात्रियों का बायोमैट्रिक्स रजिस्ट्रेशन भी कराया जा रहा है। इसके लिए तीन मोबाइल वैन वाण भेजी गई हैं। सीएमओ के अनुसार वाण के बाद वेदनी बुग्याल में भी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
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