ओंकारेश्वर के पुजारियों ने दी इस्लाम अपनाने की धमकी
गंगा दशमी पर ज्योतिर्लिंग मंदिर में फूल, बिल्व पत्र, जल सहित अन्य पूजन सामग्री नहीं चढ़ाने देने पर पंडे-पुजारियों ने जमकर हंगामा किया।
ओंकारेश्वर। गंगा दशमी पर ज्योतिर्लिंग मंदिर में फूल, बिल्व पत्र, जल सहित अन्य पूजन सामग्री नहीं चढ़ाने देने पर पंडे-पुजारियों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रशासन ने धार्मिक कार्यों में अड़ंगा डालना बंद नहीं किया तो यहां के पांच सौ से अधिक परिवार इस्लाम धर्म अपना लेंगे। बुधवार को प्रशासन की ओर से घोषणा की गई थी कि गंगा दशमी पर गुरुवार शाम 4 बजे से जल, बिल्व पत्र चढ़ाने पर रोक रहेगी, लेकिन गुरुवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री चढ़ाने से रोक दिया गया।
इससे भक्तों में रोष छा गया। दोपहर बाद पंडे -पुजारियों का गर्भगृह में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया। ऐसे में लगभग सभी पंडे -पुजारी मंदिर परिसर में ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान एक ज्ञापन मंदिर के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन को सौंपा गया। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने अपनी मनमानी बंद नहीं की तो पंडा संघ का प्रत्येक सदस्य धर्म परिवर्तन करने पर बाध्य होगा।
ओंकारेश्वर जहां एक भी मुस्लिम नहीं है, वहां पंडा संघ के करीब 500 सदस्य इस्लाम धर्म कबूल करने पर विवश होंगे। ज्ञापन पर कई पंडों ने हस्ताक्षर किए हैं। ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारी- जनप्रतिनिधियों को भी भेजी गई है। मिली जानकारी के अनुसार शाम 4 बजे बाद पूजन सामग्री चढ़ाने पर रोक हटा दी गई। इसके बाद हंगामा शांत हो गया।
मेरी तरफ से पूजन सामग्री चढ़ाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। मैं अभी बाहर हूं। -राव देवेन्द्रसिंह, अध्यक्ष, मंदिर ट्रस्ट
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने से क्यों रोका, मेरी जानकारी में नहीं है। मैं मामला दिखवाता हूं।-महेश अग्रवाल, कलेक्टर, खंडवा