महाकाल में भस्मारती दर्शन के लिए लेना होगी अनुमति
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल में गुरुवार से भक्तों को भस्मारती दर्शन के लिए अनुमति लेना होगी।
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल में गुरुवार से भक्तों को भस्मारती दर्शन के लिए अनुमति लेना होगी। श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन तथा पुलिस चौकी के समीप स्थित काउंटर से ऑफलाइन अनुमति ले सकेंगे।
सिंहस्थ महापर्व के दौरान भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने भस्मारती दर्शन के लिए अनुमति पर रोक लगा रखी थी। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सीधे प्रवेश की व्यवस्था थी। भक्तों को चलायमान व्यवस्था से दर्शन कराए जा रहे थे।
सिंहस्थ संपन्न् होने के बाद 26 मई से पुन: पुरानी व्यवस्था लागू की जा रही है। मंदिर प्रशासक आरपी तिवारी ने बताया गुरुवार सुबह से ऑनलाइन बुकिंग शुरु हो जाएगी। काउंटर से भी नियमानुसार अनुमति मिलेगी।
इसके साथ ही आरती का समय भी बदल जाएगा। सिंहस्थ में मध्यरात्रि 2.30 बजे भस्मारती हो रही थी। 27 मई से मध्यरात्रि की बजाए तड़के 4 बजे से भस्मारती होगी। भक्त नंदी मंडपम्, गणपति मंडपम् तथा कार्तिकेय मंडपम् में बैठकर भस्मारती दर्शन कर सकेंगे।
भक्त कर सकेंगे जलाभिषेक
सिंहस्थ में पूरे माह भक्तों को नंदी हॉल के पीछे बेरिकेड्स से दर्शन हुए थे। लेकिन गुरुवार से भक्त गर्भगृह में जाकर बाबा महाकाल का जलाभिषेक कर सकेंगे। मंदिर प्रशासक के अनुसार भीड़ की स्थिति को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था तय की जाएगी।
मंगलनाथ में शुरू होगी भातपूजा
मंगलग्रह की जन्म स्थली कहे जाने वाले मंगलनाथ मंदिर में भी 26 मई से महामंगल की भातपूजा शुरू हो जाएगी। साथ ही भक्तों को गर्भगृह में भी प्रवेश मिलने लगेगा। सिंहस्थ महापर्व के दौरान भातपूजा तथा गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगी हुई थी।