चलो री सब देखि आवैं बाजत बधाइंया
नीलविहार कालोनी में भी भगवान राम के छठ्योत्सव की छटा छाई रही। कालोनी की महिलाएं समाजसेवी निखिल श्रीवास्तव के घर पर एकत्रित हुईं एवं भगवान की मनोहारी झांकी के सम्मुख समवेत स्वर में बधाई गान प्रस्तुत किए। समारोह का संयोजन रामकथा मर्मज्ञ डॉ. सुनीता शास्त्री ने किया। चलो री सब देखि आवैं बाजत बधइया, ठुमुक ठुमुक पद चाल ि
फैजाबाद। नीलविहार कालोनी में भी भगवान राम के छठ्योत्सव की छटा छाई रही। कालोनी की महिलाएं समाजसेवी निखिल श्रीवास्तव के घर पर एकत्रित हुईं एवं भगवान की मनोहारी झांकी के सम्मुख समवेत स्वर में बधाई गान प्रस्तुत किए। समारोह का संयोजन रामकथा मर्मज्ञ डॉ. सुनीता शास्त्री ने किया।
चलो री सब देखि आवैं बाजत बधइया, ठुमुक ठुमुक पद चाल निरखि जननी सुख पावैं आदि गीतों से सजी बधाई गान की महफिल ने खूब समां बांधा। इस मौके पर डॉ. सुनीता शास्त्री ने कहा कि राम जन्मोत्सव का आयोजन मात्र मनोरंजन के लिए या परंपरा निभाने के लिए नहीं है अपितु यह संकल्प लेने के लिए है कि हम बच्चों को ऐसा संस्कार दें कि वे राम-लक्ष्मण की तरह विकसित हो सकें और माताएं कौशल्या की तरह मातृत्व से ओत-प्रोत हो सकें। इसी उद्देश्य को साकार करने के तहत कौशल्या महिला मंडल के गठन पर भी विचार-विमर्श किया गया।
प्रमुख रूप से राम जन्मोत्सव की तात्विकता के प्रति अनुराग अर्पित किया गया। अयोध्या स्थित बिड़ला धर्मशाला में भी छठ्योत्सव की धूम रही। भगवान का विशेष रूप से श्रृंगार किए जाने के साथ कलाकारों द्वारा बधाई गान प्रस्तुत किया गया। तदुपरांत भगवान राजराजेश्वर को भांति-भांति के व्यंजनों का भोग लगाया गया। कार्यक्रम का संयोजन धर्मशाला के प्रबंधक पवन सिंह एवं अर्चक अंकुश झा ने किया।
मां को लगा 56 भोग, हुई महानिशा आरती-
अघियारी स्थित मां दुर्गा मंदिर पर आयोजित 15 दिवसीय विशाल जगराता का समारोहपूर्ण समापन किया गया। मौके पर मां सर्वेश्वरी जागरण पार्टी की ओर से भजनों की लड़ी एवं डांडिया नृत्य प्रस्तुत हुआ।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत गणोश वंदना से हुई। इसके बाद कलाकारों ने दर्जनों भाव भरे भजनों से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास ने मां को छप्पन भोग प्रस्तुत किया एवं महा निशा आरती का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि ने कलाकारों को सम्मानित भी किया। समारोह की अध्यक्षता नाका हनुमान गढ़ी के प्रशासक पुजारी रामदास ने की।