सिंहस्थ में निकला 28 लाख का कचरा
सिंहस्थ के दरमियान 18700 मीट्रिक टन कचरा शहर और मेला क्षेत्र से निकला है।
उज्जैन । सिंहस्थ के दरमियान 18700 मीट्रिक टन कचरा शहर और मेला क्षेत्र से निकला है। इसकी कीमत नगर निगम ने 150 स्र्पए टन के हिसाब से 28 लाख 5000 स्र्पए आंकी है। यह राशि कचरा प्रोसेसिंग प्लांट चला रही कंपनी नगर निगम को चुकाएगी।
हालांकि इसके इतर कचरा एकत्र करने से लेकर प्लांट तक पहुंचाने में निगम को 40 करोड़ रुपए खर्च करने पड़े हैं। महाकुंभ में इस बार प्रदेश सरकार ने ग्रीन सिंहस्थ, क्लीन सिंहस्थ की अवधारणा पर काम किया। इसके तहत मेला क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए पांच कंपनियों को 40 करोड़ स्र्पए में ठेका दिया था, जिनके 5000 से ज्यादा कर्मचारियों ने सिंहस्थ को साफ-सुथरा रखा। नगर निगम के अपर आयुक्त विशालसिंह चौहान ने बताया महीनेभर में शहर और मेला क्षेत्र से 18700 मीट्रिक टन कचरा निकला है, जिसकी कीमत 150 स्र्पए टन के हिसाब से 28 लाख 5 हजार स्र्पए है। यह पैसा नगर निगम से अनुबंधित कचरा प्रोसेसिंग प्लांट संचालित कर रही कंपनी मुंबई की ईकोफिल टेक्नोलॉजी निगम को भुगतान करेगी।
निगम का खजाना खाली, ठेकेदारों के बिल अटके
नगर निगम का खजाना लगभग खाली हो गया है। इस कारण सिंहस्थ के काम करने वाले ठेकेदारों के बिल अटक गए हैं। सूत्रों के मुताबिक मेला अवधि खत्म होने तक ठेकेदार एजेंसियों को 90 फीसद भुगतान हो जाना था, मगर किसी को 20 तो किसी को 40 फीसदी राशि का भुगतान ही हो पाया है। सप्ताहभर से ठेकेदार निगम कार्यालय के रोज चक्कर काट रहे हैं।