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केदारनाथ कपाट खुलने के 25 घंटे पहले भी तमाम चुनौतियां बरकरार

मौसम की करवट ने केदार बाबा की चौखट तक पहुंचने की राह में बाधाएं बढ़ा दी हैं। बीते कुछ दिनों से धाम में बारिश हो रही है। जिससे यहां हो रहे निर्माण कार्य व यात्रा तैयारियों पर भी असर पड़ रहा है। मौसम विभाग भी आने वाले कुछ और दिन बारिश होने की संभावना जता रहा है। आम दिनों में भी केदारनाथ में रोजाना दोपहर दो

By Edited By: Published: Sat, 03 May 2014 12:56 PM (IST)Updated: Sat, 03 May 2014 05:27 PM (IST)
केदारनाथ कपाट खुलने के 25 घंटे पहले भी तमाम चुनौतियां बरकरार

रुद्रप्रयाग। मौसम की करवट ने केदार बाबा की चौखट तक पहुंचने की राह में बाधाएं बढ़ा दी हैं। बीते कुछ दिनों से धाम में बारिश हो रही है। जिससे यहां हो रहे निर्माण कार्य व यात्रा तैयारियों पर भी असर पड़ रहा है। मौसम विभाग भी आने वाले कुछ और दिन बारिश होने की संभावना जता रहा है।

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आम दिनों में भी केदारनाथ में रोजाना दोपहर दो बजे बाद बारिश होती है। अधिक बारिश होने पर बर्फबारी शुरू हो जाती है। 15 मई के बाद ही मौसम में बदलाव आने का अनुमान जताया जा रहा है। रात्रि को यहां तापमान शून्य से नीचे लुढ़क रहा है। गौरीकुंड हाईवे अभी भी कुछ स्थान पर खतरनाक है, काफी प्रयास के बाद भी इन्हें ठीक नहीं किया जा सका है।

चारधाम यात्रा के लिए बायोमैटिक पंजीकरण का काम गति पकड़ने लगा है। शुक्रवार को नारसन में काउंटर शुरू करने के साथ यात्रा के लिए पंजीकरण कराने वालों की तादात में भी वृद्धि हुई है। नव स्थापित नारसन के पंजीकरण केंद्र सहित ऋषिकेश, हरिद्वार व गोपेश्वर में शुक्रवार को कुल 520 यात्रियों ने पंजीकरण कराया। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पहली बार उत्तराखंड के प्रमुख चारधामों की यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। पंजीकरण का यह काम त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम कंपनी को सौंपा गया है।

कंपनी ने चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश सहित हरिद्वार व यात्रा मार्ग पर अन्य स्थानों पर भी स्थाई व मोबाइल काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं। शुक्रवार को नारसन (रुड़की) में भी बायोमैटिक रजिस्ट्रेशन काउंटर स्थापित हो गया है। पहले ही दिन नारसन काउंटर पर छह यात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया। जबकि ऋषिकेश काउंटर पर 253, हरिद्वार में 109 तथा गुप्तकाशी में 262 यात्रियों का पंजीकरण किया गया। त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम के असिस्टेंट मैनेजर संकेत सिंह ने बताया कि गंगोत्री व यमुनोत्री में सत्यापन काउंटर स्थापित नहीं हो पाए हैं। यहां अभी मैनुअल सत्यापन किया जा रहा है।

केदारनाथ डोली पहुंची गौरीकुंड

केदारनाथ की उत्सव डोली शुक्रवार को गौरीकुंड पहुंच गई है। विभिन्न यात्रा पड़ावों में भक्तों ने उत्सव डोली का स्वागत किया। शनिवार सुबह उत्सव डोली केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी। चार मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। वहीं, तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली मक्कूमठ स्थित मार्कण्डेय मंदिर से बाहर लाई गई।


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