केदारनाथ में पांच फुट तक बर्फबारी, पुनर्निर्माण कार्य बाधित
पिछले 36 घंटों से हो रही बारिश और बर्फबारी से उत्तराखंड में जनजीवन थम सा गया। राज्यभर में ठिठुरन भी खासी बढ़ गई। चारधाम समेत गढ़वाल-कुमाऊं मंडल की तमाम चोटियों पर सोमवार को बर्फ की परत और मोटी हो गई। केदारनाथ में करीब पांच फुट तक बर्फबारी हुई। राज्य के
देहरादून। पिछले 36 घंटों से हो रही बारिश और बर्फबारी से उत्तराखंड में जनजीवन थम सा गया। राज्यभर में ठिठुरन भी खासी बढ़ गई। चारधाम समेत गढ़वाल-कुमाऊं मंडल की तमाम चोटियों पर सोमवार को बर्फ की परत और मोटी हो गई। केदारनाथ में करीब पांच फुट तक बर्फबारी हुई। राज्य के अन्य हिस्सों में कहीं हल्की, कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश का क्रम बना रहा। चौबीस घंटों के अंतराल में देवप्रयाग में सर्वाधिक 70.02 मिलीमीटर और अल्मोड़ा में सबसे कम 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से पर्वतीय इलाके सहमे-सहमे हैं। मैदानी इलाकों में भी दुश्वारियां कम नहीं हुई। बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री राजमार्गों समेत कई संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। टिहरी, पौड़ी व रुद्रप्रयाग जिलों में चार आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि चमोली जिले के लामबगड़ में जारी भूस्खलन की जद में आ रहे परगासी गांव के भयभीत ग्रामीणों को रविवार की रात प्राथमिक विद्यालय में बितानी पड़ी। बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी व जोशीमठ के बीच पागलनाला-टंगड़ी के पास भूस्खलन से हाईवे बाधित हो गया, साथ ही एक जीप मलबे की चपेट में आकर खाई में समा गई, जीप सवार चारों लोगों ने कूदकर जान बचाई। सूबे के कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। पेयजल आपूर्ति पर इसका प्रतिकूल असर पड़ा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार से वर्षा-बर्फबारी में कमी आएगी, लेकिन इस दौरान कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज के आसार बने हुए हैं। खराब मौसम को देखते हुए हरिद्वार, पौड़ी और देहरादून जनपदों में माध्यमिक स्तर तक के सभी सरकारी-गैर सरकारी विद्यालयों में ऐहतियात के तौर पर मंगलवार को अवकाश घोषित किया गया है। साथ ही सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। अधिकारियों को अपने-अपने मुख्यालयों में मौजूद रहने को कहा गया है। आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क किया गया है।
यहां हुई बर्फबारी
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, औली, गौरसौं, हेमकुंड साहिब, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, लोहाजंग, वांण, घेस, हिमनी, बलाण, बमणवेरा, पिनाऊं, सोरीगाड, तोरती, कौनपुरगढ़ी, बधाणगढ़ी, मदमहेश्वर, कालीशिला, सुक्की, धराली, हर्षिल, मुखवा, खरसाली, नागटिब्बा, फलसारी, मुनस्यारी, गुजड़ूगढ़ी, दीवाडंाडा, चकराता, मुनस्यारी समेत पिथौरागढ़ जिले की पहाडिय़ां आदि।
सड़कों की स्थिति
गंगोत्री राजमार्ग नालूपानी व सुक्की से आगे अवरुद्ध
-यमुनोत्री राजमार्ग खरसाली के आगे हुआ बंद
-बदरीनाथ राजमार्ग लामबगड़ के पास भूस्खलन से बाधित
-उत्तरकाशी जनपद में 10 संपर्क मार्ग वर्षा-बर्फबारी से बाधित
-टिहरी जिले में धरासू मार्ग बाधित, कई कच्चे मार्गों पर मलबा आने से बढ़ा जोखिम
-पौड़ी जनपद में यमकेश्वर, रिखणीखाल, नैनीडांडा व बीरोंखाल प्रखंडों में संपर्क मार्ग जगह-जगह बाधित
-लगातार बारिश से जौनसार क्षेत्र के छह संपर्क मार्ग हुए बंद
-जोशीमठ-औली मार्ग जोरदार बर्फबारी के चले हुआ बाधित
- पछवादून के विभिन्न क्षेत्रों में सात मार्ग अवरुद्ध
-पिथौरागढ़ जिले में नाचनी-बांसबगड़ मार्ग मलबा आने से बंद
-अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाईवे बाटुली के पास मलबा आने से अवरुद्ध
-रानीखेत-खैरना स्टेट हाईवे पर पत्थर गिरने से यातायात बाधित
नुकसान
-टिहरी जिले की नैनबाग तहसील के ग्राम बिनाऊ व बाड़ासारी में एक-एक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त
-पौडी जिले के पोखड़ा प्रखंड की ग्रामसभा मसमोली के मेवा गांव में एक भवन क्षतिग्रस्त
-रुद्रप्रयाग के जखोली क्षेत्र के बांसी गांव में एक आवासीय भवन व दो गोशालाएं ध्वस्त
- रानीखेत-खैरना हाईवे पर पत्थर की चपेट में आकर एक राहगीर चोटिल
- चमोली में बदरीनाथ हाईवे पर टंगडी के पास भूस्खलन से जीप मलबे के साथ खाई में समाई
सहमे ग्रामीण
- चमोली के लामबगड़ में परगासी गांव के ऊपरी इलाके में भूस्खलन
- गांव के 53 परिवारों ने प्राथमिक विद्यालय में गुजारी रात
- आपदा प्रभावित गांवों के लोगों की उड़ी नींद
दुश्वारियां
- उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी क्षेत्र के लगभग सौ गांवों में बिजली गुल
- दुगड्डा, नैनीडांडा, रिखणीखाल, जयहरीखाल व बीरोंखाल प्रखंडों के कई इलाकों में लाइनें क्षतिग्रस्त होने से विद्युत आपूर्ति ठप
- देहरादून समेत कई जिलों में पानी की आपूर्ति बाधित
- पर्वतीय जिलों में आवागमन प्रभावित, जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति बाधित
-राजाजी नेशनल पार्क का चीला ट्रैक क्षतिग्रस्त, पर्यटकों की आवाजाही रोकी
-हरिद्वार, देहरादून समेत कई शहरों में जलभराव से बढ़ी परेशानी
-श्रीनगर में केदार मुहल्ले में पेयजल व सीवर लाइन क्षतिग्रस्त
- बोर्ड परीक्षार्थियों और अन्य छात्र-छात्राओं की हुई फजीहत
पूर्वानुमान
राज्य मौसम केंद्र के निदेशक डा.आनंद शर्मा के मुताबिक उत्तराखंड में मंगलवार को भी अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज के साथ वर्षा हो सकती है। 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में 05 से 20 सेमी तक बर्फ पडऩे की संभावना है। हालांकि वर्षा-बर्फबारी में कमी आएगी।