केदारनाथ मंदिर में आरती शुरू, दूसरे दिन पहुंचे 940 श्रद्धालु
शनिवार को भैरवनाथ की पूजा व भोग लगाने के साथ ही बाबा केदार की नियमित पूजा-अर्चना व आरती भी शुरू कर दी गई है। मान्यता है कि केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद मंगलवार अथवा शनिवार को भैरवनाथ की पहले पूजा होती है और उसके बाद ही बाबा केदार की
रुद्रप्रयाग। शनिवार को भैरवनाथ की पूजा व भोग लगाने के साथ ही बाबा केदार की नियमित पूजा-अर्चना व आरती भी शुरू कर दी गई है। मान्यता है कि केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद मंगलवार अथवा शनिवार को भैरवनाथ की पहले पूजा होती है और उसके बाद ही बाबा केदार की नियमित पूजा-आरती शुरू करने का विधान है।
केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को आम भक्तों के लिए खोले गए थे, लेकिन मंदिर में आरती व पूजा शुरू नहीं हुई थी। शनिवार को दोपहर दो बजे भैरवनाथ मंदिर में केदारनाथ के मुख्य पुजारी राजशेखर लिंग ने पूजा अर्चना की। परंपरा के अनुसार इसके बाद बाबा केदार को भोग लगाया गया और नियमित पूजा विधिवत रूप से प्रारंभ की गई। केदारनाथ मंदिर में शाम की आरती भी संपन्न हुई। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भैरवनाथ की पूजा के बाद ही केदारनाथ मंदिर में आरती व अन्य पूजा करने का विधान है। केदारनाथ कपाट खुलने के बाद मंगलवार या शनिवार को ही भैरवनाथ की पूजा होती है। अब केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालु बाबा केदार की पूजा व आरती में भी शामिल हो सकेंगे।
दूसरी ओर केदारनाथ में शनिवार को 940 श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए।