जन्माष्टमी पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग
कई सालों बाद इस बार भगवान कृष्ण के जन्म समय में पड़ने वाला रोहिणी नक्षत्र का संयोग 24 घंटे तक रहेगा। माना जा रहा है कि ऐसा संयोग लगभग 50 सालों बाद आया है जब पूरे दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। साथ ही इस दिन सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त सर्वार्थ सिद्धि योग व अमृत सिद्धि योग का भी संयोग है, इस योग को हर तरह के कार्यों के लिए शुभ समझा जाता है।
रायपुर। कई सालों बाद इस बार भगवान कृष्ण के जन्म समय में पड़ने वाला रोहिणी नक्षत्र का संयोग 24 घंटे तक रहेगा। माना जा रहा है कि ऐसा संयोग लगभग 50 सालों बाद आया है जब पूरे दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। साथ ही इस दिन सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त सर्वार्थ सिद्धि योग व अमृत सिद्धि योग का भी संयोग है, इस योग को हर तरह के कार्यों के लिए शुभ समझा जाता है। ज्योतिषी डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार 5 सितंबर को शनिवार के दिन जन्माष्टमी पड़ रही है। इस दिन हर्षल योग, बालव करण के साथ रोहिणी नक्षत्र भी है। ऐसा बहुत कम होता है जब जन्माष्टमी पर पूरे दिन रोहिणी नक्षत्र हो किन्तु इस बार यह संयोग बन रहा है।
इस नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना से विशेष सुख-समृद्धि मिलेगी। सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग होने से किसी भी तरह की खरीदारी करने से खुशहाली बढ़ेगी। गोकुल की तरह सजेगा नर्मदापारा मंदिरों में जहां 5 सितंबर की आधी रात को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा वहीं अगले दिन विभिन्न मोहल्लों में दही लूट का आयोजन किया जा रहा है। स्टेशन रोड स्थित नर्मदापारा व्यापारी संघ के राजकुमार राठी ने बताया कि नर्मदापारा को दो दिन पहले ही आकर्षक ढंग से सजाकर गोकुल का रूप दिया जाएगा जहां जगह-जगह दही-हांडी लटकाई जाएगी और शहर के विभिन्न इलाकों से मटका फोड़ टोली के सदस्य ग्वाल-बालों का भेष धारणकर मटका फोड़ेंगे। मटका फोड़ देखने आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए दही, मक्खन, मिश्री का प्रसाद बांटने की व्यवस्था की जा रही है। राधा-कृष्ण मंदिरों में सजने लगे झूले विभिन्न राधा-कृष्ण मंदिरों में झूले सजाए जा रहे हैं और महिला मंडली भक्तिभाव से भजनों का आनंद ले रही हैं।